Lal Kitab: हर व्यक्ति की अपनी जीवन शैली होती है। वो जितना कमाता है, उस हिसाब से खर्च करता है और उसी तरह से उसका रहन सहन हो जाता है। हर किसी व्यक्ति की धन की होने वाली आवक उसकी जीवन शैली को तय करने का काम करती है। हालांकि कई बार खूब मेहनत करने और पैसा कमाने के बावजूद भी व्यक्ति खुश नहीं रह पाता क्योंकि पैसा उसके हाथ में टिक नहीं पाता।
हर व्यक्ति जीवन में सुख, समृद्धि, प्रसिद्धि, धन पाने के लिए मेहनत करता है। लेकिन धन एक ऐसी चीज है जो कभी-कभी माकूल वजह से खर्च हो जाता है। कभी सेहत संबंधी परेशानी आ जाती है। कभी कुछ जरूरी काम आने की वजह से धन का अपव्यय हो जाता है। अगर आप भी धन नाटक पानी की समस्या से परेशान चल रहे हैं। कोशिश करने के बावजूद भी आपके पास धन नहीं टिक पाता तो हम आपको लाल किताब के कुछ चमत्कारी उपाय बताते हैं। यह उपाय आपके जीवन से धन संबंधी परेशानी दूर कर देंगे और पैसा टिकने लगेगा।
सिक्के का उपाय
अगर आपके हाथ में पैसा नहीं दिख रहा है और कमाई से ज्यादा खर्च हो रहा है तो आपको 5 रुपए के दो सिक्के लेना है। इस सिक्के के साथ आपको गमले में धनिया के बीज बोना है। जब धनिया का पौधा विकसित हो जाए तब इन सिक्कों को निकाल कर एक सिक्का आपको अपने धन के स्थान पर रखना है। दूसरा सिक्का अपने पर्स में रख लें। इससे धन का आगमन होने लगेगा।
नमक की कटोरी
अगर आप सुख समृद्धि और धन में वृद्धि चाहते हैं तो कांच की कटोरी में नमक भरकर इसे घर के उत्तर पश्चिम कोने में रख दें। ऐसा करने से घर की नेगेटिविटी खत्म हो जाएगी और धन का आगमन भी होने लगेगा।
नमक का पोछा
अगर आप यह चाहते हैं कि आपके घर में सुख समृद्धि बनी रहे और धन की आवक होती रहे। इसके लिए आपको समुद्री नमक पानी में डालकर घर में पोछा लगाना चाहिए। ऐसा करने से सकारात्मक बनी रहती है घर के सभी सदस्य स्वस्थ रहते हैं और धन की कमी नहीं होती।
नारियल का उपाय
एक सूखा नारियल लेकर उसमें सुराख बनाएं। इस सुराख में आपको आटा, चीनी, तिल और गुड़ भरना है। अब किसी सुनसान स्थान पर मौजूद बरगद के पेड़ के पास जाएं। शनिवार की शाम इस नारियल को बरगद के पेड़ की उत्तर दिशा में जमीन में दबा दें। इस उपाय से सारे ग्रह दोष दूर हो जाएंगे। ये करने से देखते ही देखते धन की आवक होने लगेगी।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।