Dharma: हमारे धर्म में कई धार्मिक परंपराएं और मान्यताएं हैं। जिसका पालन लोग आज भी कर रहे हैं। ये मान्यताएं धर्म से जुड़ी हैं लेकिन इसके पीछे वैज्ञानिक कारण भी है। इन नियमों का पालन करने से सेहत ठीक रहता है और मानसिक शांति भी मिलती है। वहीं इनका पालन करने से हमें धार्मिक लाभ भी होता हैं।
माथे पर तिलक लगाना
माथे पर तिलक लगाना सम्मान का सूचक माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि माथे पर तिलक लगाने से सकारात्मकता आती है और कुंडली में मौजूद उग्र ग्रह शांत होते हैं। वहीं चंदन का तिलक लगाने से सौभाग्य में बढ़ोत्तरी होती है। वैज्ञानिक कारण ये है कि हमारी दोनों आंखों के बीच में आज्ञा चक्र होता है। इस आज्ञा चक्र पर टीका लगाने पर एकाग्रता बढ़ती है।
प्रणाम करना
भारतीय परंपरा में जब हम किसी से मिलते है तो हाथ की दोनों हथेलियों को जोड़कर नमस्कार करते है। ये हमारी परंपरा है। इसके पीछे वैज्ञानिक कारण ये है कि उंगलियों की नसों का संबंध शरीर के सभी प्रमुख अंगों से होता है। जब हम नमस्कार करते हैं तो सभी उंगलियां आपस में एक-दूसरे के संपर्क में आती हैं जिनसे उन पर दबाव पड़ता है। जिसका अच्छा असर हमारी आंखों, कानों और दिमाग पर होता है।
सूर्य की उपासना
सुबह सूर्य को जल चढ़ाना अच्छा माना जाता है। इससे कुंडली में सूर्य के अशुभ फल खत्म होते हैं। वहीं सूर्य को जल देने का वैज्ञानिक ये है कि जल चढ़ाते समय पानी से आने वाली सूर्य की किरणें, जब आंखों हमारी में पहुंचती हैं तो आंखों की रोशनी अच्छी होती है।
तुलसी की पूजा
तुलसी के पौधे में कई औषधि गुण होते हैं। साथ ही तुलसी की पूजा करने से सुख-समृद्धि आती है। इसके औषधी गुणों में एक है हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाना। तुलसी की पत्तियां भी लाभकारी होती है। इसके इस्तेमाल से कई बीमारियां दूर रहती हैं।
जमीन पर बैठकर खाना
जमीन पर बैठकर खाना खाना भारतीय परंपरा मानी जाती है। जमीन पर पालथी मारकर खाना खाने से पाचन तंत्र ठीक रहता है और मन शांत रहता है। नीचे बैठकर खाना खाने से तनाव भी खत्म कम होता है।