Chanakya Niti : चाणक्य नीति बहुत पुरानी ग्रंथ है। इसके बारे में हम सभी बचपन से ही सुनते आ रहे हैं। ज्यादातर पॉलीटिशियंस उनकी नीति को अपनाते हैं। इसमें तरह-तरह की उपयोगी रणनीति बताई गई है, जो कारागार भी साबित होती है। जिसके रचयिता आचार्य चाणक्य हैं, जो कि महान विद्वानों में से एक माने जाते हैं। उनकी जितनी विशेषताएं बताई जाए, उतनी कम है। हर कला में निपुण थे। चाहे वह पढ़ाई हो, युद्ध हो, रणनीति बनानी हो, चाहे किसी को सलाह देनी हो। चाणक्य ने चंद्रगुप्त मौर्य के जीवन में मुख्य भुमिका निभाई थी। उनकी सलाह मानकर मौर्य साम्राज्य की स्थापना हुई थी। जिन्होंने अपने अनुभव से चाणक्य नीति की रचना की। उसमें घर गृहस्ती से लेकर राजनीति, समाज, छात्र, पति-पत्नी के रिश्ते, दोस्ती, दुश्मनी से जुड़े हर एक पहलुओं की चर्चा की गई है। उनके मार्गदर्शन पर चलने वाला हर एक व्यक्ति सफल इंसान बनता है।
चाणक्य नीति को अपने जीवन का हिस्सा बनाने वाला व्यक्ति सोचने समझने में निपुण हो जाता है। उसे कोई भी बात बारीकी से समझ में आती है, इसलिए वह अच्छे से विचार करने के बाद ही किसी निर्णय तक पहुंचता है। इसमें बताए गए उपाय और नीतियों को अपना कर व्यक्ति तरक्की प्राप्त कर सकता है।
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अपनाएं चाणक्य नीति (Chanakya Niti)
जब भी बात सफलता की आती है, तो बड़े बुजुर्ग हमेशा यही कहा करते हैं कि चाणक्य नीति को फॉलो करों। जिसमें उन्होंने अनेक श्लोक लिखे हैं। हर एक का अपना अलग-अलग मतलब भी होता है। आज हम आपको उसे एक श्लोक के बारे में बताएंगे, जिसमें उन्होंने जिक्र किया है कि जंगल के राजा शेर से इंसान को कितना कुछ सीखने को मिल सकता है। जानवर के स्वभाव को अपनाकर वह व्यक्ति सफल, सभ्य और सम्मानित व्यक्ति बनकर समाज में उभर सकता है।
शेर से सीखें ये गुण
चाणक्य नीति के श्लोक के अनुसार, शेर में एकाग्रता काफी अधिक होती है। व्यक्ति को भी इस स्वभाव को अपने जीवन में उतरना चाहिए, क्योंकि एकाग्रता से सफलता के मार्ग खुलते हैं। किसी एक लक्ष्य पर निर्धारित होना व्यक्ति को उसकी मंजिल जरूर दिलाता है। इससे आत्मसम्मान में भी बढ़ोतरी होती है। जब किसी भी व्यक्ति के अंदर दृढ़ निश्चय और विश्वास हो, तो वह किसी भी कार्य को आसानी से कर सकता है। चाहे उसके रास्ते में कितनी ही बाधाएं क्यों ना आए, वह शांत दिमाग से उस मुश्किल परिस्थिति का सामना कर सकता है।
एकाग्रता स्वभाव
दरअसल, आचार्य चाणक्य ने इंसानों को शेर से ही एकाग्रता स्वभाव को अपनाने की सलाह इसलिए दी है, क्योंकि शेर बिल्कुल शांत रहता है, लेकिन जब वह अपने लक्ष्य को निर्धारित करता है, तो मौका मिलते ही वह झपटकर अपने शिकार को हासिल कर लेता है। ऐसे में अच्छे से अच्छे, बड़े से बड़े चालाक इंसान भी आपके सामने टिक नहीं पाएंगे। इसलिए कोशिश करें कि अपने लक्ष्य पर फोकस करें। यह सफलता के लिए बहुत ज्यादा मायने रखता है।
लक्ष्य के बीच ना आने दें कुछ भी
लक्ष्य को निर्धारित रखने वाला व्यक्ति चाहे कैसी भी परिस्थिति में क्यों ना हो, वह समाज में सम्मान का भागीदार भी होता है। लोग उसकी तारीफ भी करते हैं और वह अपने सफलता के मार्ग में किसी अन्य चीज को नहीं आने देता है। यही एक सफल व्यक्ति की पहचान होती है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)