Varalakshmi Vrat: अगस्त के अंतिम सप्ताह में कई महत्वपूर्ण त्योहार व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं। जिसमें से एक वरलक्ष्मी व्रत है। सुहागिन महिलाओं के लिए व्रत का विशेष महत्व होता है। हर साल सावन के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर यह व्रत रखा जाता। इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यताएं हैं की विधि पूर्वक माता लक्ष्मी की पूजा करने से अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है। वैवाहिक जीवन सुखमय होता है। आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है। पुत्र प्राप्ति की मनोकामना पूर्ति होती है। धन- वैभव वृद्धि होती। परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
वरलक्ष्मी व्रत शुभ योग
इस बार 25 अगस्त को वरलक्ष्मी व्रत रखा जाएगा। इस दिन दो शुभ योग बन रहे हैं। सुबह 5:55 बजे से सुबह 9:14 बजे तक तक सवार्थ सिद्धि योग बन रहा है। वहीं सुबह 9:14 बजे से लेकर 926 अगस्त शनिवार सुबह 5:56 बजे तक रवि योग बन रहा है।
ऐसे करें पूजा
- वरलक्ष्मी व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर व्रत का संकल्प लें।
- पूजा स्थल पर गंगाजल का छिड़काव कर शुद्धि करें और सफाई करें।
- लकड़ी की चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं और यहां मां लक्ष्मी की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें।
- प्रतिमा/तस्वीर के पास चावल रखें और इसके ऊपर एक कलश में जल भरकर रख दें।
- कलश के चारों ओर चंदन का लेप लगाएं और इस दौरान माता लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें।
- नारियल, फूल, हल्दी, कुमकुम और माला और 16 शृंगार को माता लक्ष्मी को अर्पित करें।
- मिठाई का भोग लगाएं।
- घी का दीपक प्रज्वलित करें। धूप जलाएं।
- वरलक्ष्मी व्रत कथा का पाठ जरूर करें।
- आरती के बाद प्रसाद का वितरण करें।
(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है। MP Breaking News इन बातों की पुष्टि नहीं करता। विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें।)