Vastu Tips: गंगा नदी में नहाते समय भूलकर भी न करें ये 7 गलतियां, पाप के हो जाएंगे भागीदार

लाखों लोग इसके तट पर स्नान करने के लिए आते हैं। इस दौरान वह बहुत सी ऐसी गलतियां कर बैठते है, जिसके कारण अनजाने में वह पाप के भागीदार बन जाते हैं।

Sanjucta Pandit
Published on -

Vastu Tips : गंगा नदी भारत की सबसे महत्वपूर्ण नदी में से एक है, जो भारतीय सभ्यता, सांस्कृतिक विरासत से जुड़ा हुआ है। जिसकी शाखाएं यमुना, गोमती, घाघर, कोसी, घाघर, सोन हैं। हिन्दू धर्म में यह पवित्र नदी मानी जाती है। इस नदी को मां गंगा के रूप में पूजा जाता है। बता दें कि लाखों लोग इसके तट पर स्नान करने के लिए आते हैं। इस दौरान वह बहुत सी ऐसी गलतियां कर बैठते है, जिसके कारण अनजाने में वह पाप के भागीदार बन जाते हैं। हालांकि, वास्तु शास्त्र में उन चीजों के बारे में विस्तार से बताया गया है।

hindu beliefs

ना करें ये गलतियां

  • वास्तु शास्त्र के अनुसार, गंगा पानी में नहाने के बाद घर जाकर फिर से नहाना अशुभ माना जाता है। बता दें कि इससे मां पार्वती क्रोधित हो जाती हैं। इसलिए, गंगा में नहाने के बाद एक बार ही नहाना चाहिए। अन्यथा आपको जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
  • वास्तु शास्त्र के अनुसार, गंगा जल में नहाते समय केवल सात बार ही डुबकी लगानी चाहिए। बता दें कि अधिक डुबकियां लगाने से घर में दरिद्रता आती है। वहीं, इस नियम का पालन करने से व्यक्ति को सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है, जबकि इसका उल्लंघन करने से वालों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
  • वास्तु शास्त्र के अनुसार, गंगा नदी को बहुत पवित्र माना जाता है और इसमें स्नान करने का विशेष महत्व है। ऐसे में मलमूत्र त्यागना या अपवित्र वस्त्र पहनकर जल में उतरना अशुभ माना जाता है। इससे आप पाप के भागीदार बन जाते हैं। साथ ही इसे ब्रह्महत्या के समान दोषी माना जाता है।
  • वास्तु शास्त्र के अनुसार, गंगा जल में स्नान करने के बाद अंडरगारमेंट को न धोएं। ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि अंडरगारमेंट या अंग वस्त्र को धोना पाप का भागीदार आपको बनाता है। इससे व्यक्ति की अकाल मृत्यु होती है।
  • वास्तु शास्त्र के अनुसार, गंगा में स्नान के समय साबुन का उपयोग करना अशुभ माना जाता है। लोगों को गंगा के जल से सिर्फ स्नान करने से पुण्य की प्राप्ती होती है।
  • वहीं, गंगा में कुल्ला करना भी अत्यंत पाप माना जाता है। इसे गंगा के पवित्रता का उपहास माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, मनुष्य को भूलकर भी ऐसा अनर्थ करने से बचना चाहिए। क्योंकि गंगा नदी को मां समान पूजा जाता है। ऐसे में आप अपनी माता का भी अपमान कर रहे होते हैं।
  • इसके अलावा, गंगा के किनारे कपड़ों का धोने भी अशुभ माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, गंगा नदी में कपड़े धोने नहीं चाहिए। इससे घर की सारी धन-दौलत, सुख-समृद्धि सब खत्म हो जाती है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


About Author
Sanjucta Pandit

Sanjucta Pandit

मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है। पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

Other Latest News