Vastu Tips: लाफिंग बुद्धा की मूर्ति घर-ऑफिस में रखने से पहले जान लें ये 4 अहम बातें, वरना होगा उल्टा असर

Vastu Tips: लाफिंग बुद्धा, जिन्हें हंसते हुए बुद्ध भी कहा जाता है, समृद्धि, सौभाग्य और खुशी का प्रतीक हैं। इन्हें घर या ऑफिस में रखना बहुत शुभ माना जाता है। लेकिन, इनकी शक्तियों का लाभ उठाने के लिए इनकी सही जगह पर स्थापना करना बहुत महत्वपूर्ण है।

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Vastu Tips: हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है। घर, ऑफिस, दुकान, इमारत के निर्माण से लेकर किसी वस्तु को किस दिशा में रखना चाहिए तक का वर्णन वास्तु शास्त्र में विस्तार से किया गया है। वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करने से घर में हमेशा सुख समृद्धि बनी रहती है कभी भी पैसों की तंगी नहीं होती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसी कई चीजे हैं जिन्हें घर में रखना शुभ माना जाता है। इन्ही चीजों में से एक खेल लाफिंग बुद्धा की मूर्ति। आपने अक्सर कई लोगों के घर ऑफिस या दुकान पर लाफिंग बुद्धा की मूर्ति अवश्य देखी होगी। क्या आप जानते हैं कि सभी लोग अपने घर ऑफिस या दुकान पर लाफिंग बुद्धा की मूर्ति क्यों रखते हैं इसका क्या महत्व है। अगर नहीं तो हम आपको बता दें, की लाफिंग बुद्धा की मूर्ति रखने से नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और हमेशा सुख शांति बनी रहती है। लेकिन इस मूर्ति को रखने के दौरान कुछ नियमों का पालन अवश्य करना चाहिए वरना इसका फायदा नहीं मिलता है, चलिए जानते हैं कि किन-किन नियमों का पालन करना चाहिए।

किस तरह रखें लाफिंग बुद्धा मूर्ति

बाजार में लाफिंग बुद्धा की अनेक प्रतिमाएं उपलब्ध हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार धन की पोटली वाली प्रतिमा अधिक फायदेमंद मानी जाती है। यह प्रतिमा घर में आर्थिक समृद्धि लाने और आर्थिक परेशानियों को दूर करने में सहायक मानी जाती है। यहां लाफिंग बुद्धा की धन की पोटली वाली प्रतिमा रखने के कुछ नियम दिए गए हैं जैसे लाफिंग बुद्धा को घर के दक्षिण-पूर्व कोने में रखना चाहिए। यह दिशा धन और समृद्धि के देवता कुबेर की दिशा मानी जाती है। लाफिंग बुद्धा की प्रतिमा हंसते हुए और हाथ में धन की पोटली लिए हुए होनी चाहिए। लाफिंग बुद्धा की प्रतिमा को नियमित रूप से साफ करते रहें।

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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं। मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।