इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में अश्विन ने किया कारनामा, ऐसा करने वाले बने दूसरे भारतीय गेंदबाज

इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मुकाबले में रविचंद्रन अश्विन ने अपनी गेंदबाजी से कमाल कर दिया है। जिसकी बदौलत उन्होंने एक नई उपलब्धि हासिल की है।

Ashwin

Ravichandran Ashwin Wickets: भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में खेला जा रहा है। चौथे दिन का खेल जारी है। जहां इंग्लैंड दूसरी पारी में 196 रनों की बढ़त बनाई है। जिसका पीछा करने उतरी भारतीय टीम खबर लिखने तक 9 विकेट गंवाकर 202 रन बनाएं हैं। वहीं दूसरी तरफ अश्विन ने गेंदबाजी करते हुए एक नई उपलब्धि हासिल की। जिसके बदौलत उन्होंने पूर्व भारतीय दिग्गज स्पिनर गेंदबाज अनिल कुंबले को पीछे छोड़ दिया है।

अनिल कुंबले को छोड़ा पीछे

इंग्लैंड के खिलाफ अश्विन ने कमाल की गेंदबाजी की है। जहां उन्होंने पहली पारी में 3 विकेट निकाले तो वहीं दूसरी पारी में भी 3 विकेट चटकाए। जिसके बदौलत उन्होंने एक नई उपलब्धि हासिल की है। इंग्लैंड के खिलाफ सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाजों की लिस्ट में अनिल कुंबले को पीछे छोड़ते हुए दूसरे पायदान पर आ गए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मुकाबले में कुल 94 विकेट निकाले हैं। जबकि अनिल कुंबले ने इंग्लैंड के खिलाफ 92 विकेट चटकाए हैं।

इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज

  • 95 विकेट- भागवत चंद्रशेखर
  • 94 विकेट- रविचंद्रन अश्विन
  • 92 विकेट- अनिल कुंबले
  • 85 विकेट- बिशन सिंह बेदी
  • 85 विकेट- कपिल देव

गौरतलब है कि अश्विन ने भारत के लिए साल 2011 में डेब्यू किया था। उन्होंने एकदिवसीय क्रिकेट में अब तक कुल 156 विकेट और T20 क्रिकेट में कुल 72 विकेट निकाले हैं। जबकि टेस्ट क्रिकेट के 95 मैचों में कुल 490 विकेट निकाले हैं।

 


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Shashank Baranwal

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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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