किसी भी इंटरनेशनल खिलाड़ी के लिए मैदान से दूर रहना सबसे मुश्किल होता है। लंबे समय तक कोई खिलाड़ी मेहनत करता है, तब जाकर वह अपने देश के लिए खेल पाता है, लेकिन कुछ खिलाड़ियों के साथ ऐसा भी होता है कि मैदान पर पहुंचने के बाद भी उन्हें ऐसे पल झेलने पड़ते हैं जब उन्हें मैदान छोड़ना पड़ता है। दरअसल, आज हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं, उनका नाम ब्रेंडन टेलर है, जो कि जिम्बाब्वे के बड़े खिलाड़ियों में शामिल हैं। एक समय था जब उनका नाम बड़े खिलाड़ियों में लिया जाता था, लेकिन उन पर आईसीसी ने 3 साल का बैन लगा दिया था। अब उनका यह समय पूरा हो चुका है और इंटरनेशनल क्रिकेट में उनकी वापसी हो चुकी है।
ब्रेंडन टेलर ने अपने इस कमबैक को ऐतिहासिक बना दिया है। उन्होंने पहले ही मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी की और सभी का दिल जीत लिया। यह पल न सिर्फ ब्रेंडन टेलर के लिए, बल्कि क्रिकेट फैंस के लिए भी बेहद भावुक रहा।
जानिए मैच का हाल
जानकारी दे दें कि इस समय न्यूजीलैंड जिम्बाब्वे दौरे पर है। दोनों टीमों के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जा रही है। हालांकि पहले मुकाबले में जिम्बाब्वे की टीम को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन इससे जिम्बाब्वे को बड़ा नुकसान नहीं हुआ। दरअसल, यह टेस्ट सीरीज विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के सर्कल का हिस्सा नहीं है। अब इस सीरीज का दूसरा मुकाबला 7 अगस्त को शुरू हुआ। इस मुकाबले में जिम्बाब्वे की टीम ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का निर्णय लिया, जो कि टीम के लिए उल्टा साबित हुआ। टीम मात्र 125 रन बनाकर सिमट गई। न्यूजीलैंड की ओर से मैट हेनरी ने गजब की गेंदबाजी की। हेनरी ने पांच विकेट चटकाए, जबकि जोकरी फॉक्स ने चार अहम विकेट लिए।
कैसा रहा ब्रेंडन टेलर का प्रदर्शन?
लेकिन जिम्बाब्वे की ओर से 3 साल बाद वापसी कर रहे ब्रेंडन टेलर ने 44 रनों की शानदार पारी खेली। उन्होंने कुल 107 गेंदों का सामना किया और इस दौरान 6 चौके लगाए। इंटरनेशनल क्रिकेट फैंस उन्हें देखकर बेहद भावुक हो गए। उनके अलावा टीम की ओर से तफाद्ज्वा त्सिगा ने 33 रनों की पारी खेली, जिसके चलते टीम 125 रनों तक पहुंच पाई। हालांकि इन दोनों खिलाड़ियों के अलावा कोई भी बल्लेबाज़ 15 रन का आंकड़ा पार नहीं कर सका। लेकिन यह मैच ब्रेंडन टेलर के लिए एक यादगार बन गया। उनकी वापसी के पहले ही मैच में उन्होंने 44 रन की पारी खेली, हालांकि वह अर्धशतक नहीं बना पाए।





