DC VS GT: दिल्ली कैपिटल्स के इस खिलाड़ी को विकेट का जश्न मनाना पड़ा भारी, लगी फटकार

दिल्ली कैपिटल्स के खिलाड़ी ने IPL की आचार संहिता के आर्टिकल 2.5 के लेवल 1 का अपराध किया है, जिसके लिए खिलाड़ी को मैच रेफरी की तरफ से फटकार मिली है।

Shashank Baranwal
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Delhi Capitals

IPL 2024 DC VS GT: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2024) का 40वां मुकाबला बुधवार को गुजरात टाइटंस और दिल्ली कैपिटल्स के बीच खेला गया। जहां दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने भले ही 4 रनों से मैच को जीत लिया है। लेकिन टीम के एक खिलाड़ी को तगड़ा झटका लगा है। IPL के आचार संहिता का उल्लंघन के आरोप में मैच रेफरी ने खिलाड़ी को जमकर फटकार लगाई है।

विकेट का जश्न मनाना पड़ा भारी

दरअसल, दिल्ली कैपिटल्स के गेंदबाज रसिख सलाम डार को गुजरात टाइटंस के खिलाप मैच में विकेट मिलने के बाद जश्न मनाना भारी पड़ गया। रसिख सलाम ने गुजरात के खिलाफ मैच में कमाल की गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में 44 रन देकर 3 विकेट चटकाए। ये तीनों विकेट दिल्ली कैपिटल्स के लिहाज से काफी महत्त्वपूर्ण विकेट थे, जिसमें साई सुदर्शन, शाहरुख खान और साई किशोर खिलाड़ी के विकेट शामिल हैं।

IPL की आचार संहिता का किया उल्लंघन

दिल्ली कैपिटल्स के गेंदबाज रसिख सलाम IPL की आचार संहिता के आर्टिकल 2.5 के लेवल 1 का अपराध किया है। यह आर्टिकल ऐसी भाषा, रिएक्शन का प्रयोग करने से संबंधित है, जोकि खिलाड़ियों को अपमानित करे या आक्रामक प्रतिक्रिया देने को मजबूर करे। हालांकि खिलाड़ी अपनी अपराध को स्वीकार कर मैच रेफरी द्वारा लगाए गए जुर्माने को स्वीकार कर लिया है। दरअसल, IPL की इस आर्टिकल के लेवल 1 के अपराध के लिए मैच रेफरी का निर्णय ही अंतिम निर्णय होता है।

दिल्ली कैपिटल्स ने 4 रनों से जीता मैच

अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए 40वें मुकाबले में गुजरात टाइटंस को 4 रनों से शिकस्त झेलनी पड़ी। दिल्ली कैपिटल्स ने 20 ओवर में 4 विकेट खोकर 224 रनों बनाई थी। वहीं 225 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी गुजरात की टीम ने 20 ओवर में 8 विकेट पर 220 रन ही बना पाई और 4 रनों से मैच हार गई।


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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