ध्रुव जुरेल ने अपने डेब्यू मैच में खेली शानदार पारी, बनाया ये खास रिकॉर्ड

ध्रुव जुरेल ने डेब्यू मैच में 3 छक्के लगाकर छक्कों के मामले में हार्दिक पांड्या से बराबरी कर ली है। बता दें हार्दिक पांड्या ने साल 2017 में श्रीलंका के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था।

Dhruv Jurel

Ind vs Eng 3rd Test Match Dhruv Jurel: इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा मुकाबले का आज यानी शुक्रवार को दूसरा दिन  है। जिसमें भारत ने पहली पारी के लिए 445 रनों का स्कोर खड़ा किया है। वहीं भारत के लिए टेस्ट मैच में डेब्यू करने वाले ध्रुव जुरेल ने कमाल की पारी खेली है। जिसके बदौलत जुरेल शानदार पारी खेलते हुए खास रिकॉर्ड बनाया हुआ है।

ध्रुव जुरेल ने डेब्यू मैच में खेली शानदार पारी

इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में डेब्यू करने वाले ध्रुव जुरेल ने 104 गेंदों में 2 चौके और 3 छक्के की मदद से 46 रनों की पारी खेली। वहीं जुरेल ने डेब्यू मैच में 3 छक्के लगाकर छक्कों के मामले में हार्दिक पांड्या से बराबरी कर ली है। बता दें हार्दिक पांड्या ने साल 2017 में श्रीलंका के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था। इस दौरान उन्होंने 3 छक्के जड़े थे। हालांकि ध्रुव जुरेल ने अर्धशतक नहीं बना पाए।

ध्रुव जुरेल ने बनाया ये खास रिकॉर्ड

भारत के लिए टेस्ट मैच में ध्रुव जुरेल ने बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज डेब्यू किया है, जिसमें ध्रुव ने विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर तीसरी सबसे बड़ी डेब्यू पारी खेली। बता दें केएल राहुल ने बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज सबसे ज्यादार बड़ी पारी खेली है। हालांकि केएल राहुल ने साल 2014 में ही टेस्ट मैच में डेब्यू किया था। लेकिन बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में पहला टेस्ट मैच साल 2023 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में खेला था। जहां राहुल ने शतकीय पारी खेली थी। इस दौरान उन्होंने 101 रन बनाए थे। वहीं दूसरी सबसे बड़ी पारी बतौर विकेटकीपर बल्लेबाजी के रूप में दिलावर हुसैन ने खेली थी। हुसैन ने साल 1934 में कोलकाता में इंग्लैंड के खिलाफ 59 रनों की पारी खेली थी।


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Shashank Baranwal

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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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