खेल, डेस्क रिपोर्ट। खेलों में हमें तब तक हार नहीं माननी चाहिए जब तक की कोई विजेता घोषित नहीं हो जाए। यह वाक्य एक बार फिर से कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के दौरान देखने को मिला, जहां भारत की हरजिंदर कौर ने वेटलिफ्टिंग के 71 किग्रा वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया क्योंकि नाइजीरिया की जॉय ओगबोनी एजे क्लीन एंड जर्क के तीनों प्रयासों में 125 किग्रा भार उठाने में विफल रही और उसके बाद हरजिंदर कौर का मेडल पक्का हो गया है।
लेकिन इस दौरान हरजिंदर के धैर्य की दाद देनी होगी क्योंकि कॉम्पिटेशन से विपरीत उन्होंने अपने लिए एक ऐसा वजन निश्चित किया, जिसे वह आसानी से लिफ्ट कर सकती थी। हरजिंदर ने स्नेच राउंड में 93 किग्रा और क्लीन एंड जर्क राउंड का 120 किग्रा मिलाकर कुल 213 किग्रा वजन लिफ्ट किया।
ऐसा रहा प्रदर्शन
स्नेच राउंड
पहला प्रयास – 90 किग्रा (असफल)
दूसरा प्रयास – 90 किग्रा
तीसरा प्रयास – 93 किग्रा
क्लीन एंड जर्क राउंड
पहला प्रयास – 113 किग्रा
दूसरा प्रयास – 116 किग्रा
तीसरा प्रयास – 120 किग्रा
आपको बता दे, भारत के अब पदकों की संख्या 9 हो गई है। जूडो में दो मेडल के अलावा भारत ने वेटलिफ्टिंग में 7 मेडल जीते जिसमें तीन गोल्ड हैं। वेटलिफ्टर मीराबाई चानू, जेरेमी लालरिनुंगा और अचिंता शेउली ने गोल्ड मेडल जीता वहीं संकेत सरगर और बिंदियारानी देवी ने सिल्वर मेडल जबकि गुरुराजा पुजारी और हरजिंदर कौर ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। इस दौरान भारत का लॉन बॉल और बैडमिंटन में भी एक-एक मेडल पक्का हो चुका है।