आईपीएल इतिहास कई शानदार पलों से भरा पड़ा है, लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे हैं जिन्हें किस्मत ने बार-बार मायूस किया है। वहीं इन चार भारतीय सितारों ने फाइनल तक की राह तो कई बार तय की, लेकिन जीत की रेखा पार नहीं कर सके। ये खिलाड़ी अलग-अलग टीमों के लिए खेले और हर बार उम्मीद लेकर गए कि अब ट्रॉफी हाथ में होगी, लेकिन नतीजा हर बार हार रहा। आइए जानते हैं कौन हैं ये चार ‘अनलकी’ स्टार्स।
युजवेंद्र चहल के पास सबसे ज्यादा विकेट, लेकिन ट्रॉफी नहीं
दरअसल युजवेंद्र चहल को आईपीएल इतिहास के सबसे कामयाब स्पिन गेंदबाजों में गिना जाता है, लेकिन खिताब की बात करें तो किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया। चहल अब तक तीन बार आईपीएल फाइनल खेल चुके हैं और तीनों बार हार का सामना करना पड़ा। 2016 में वह RCB का हिस्सा थे, जब टीम को सनराइजर्स हैदराबाद से हार मिली। 2022 में उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के लिए शानदार गेंदबाजी की, लेकिन फाइनल में गुजरात टाइटंस के हाथों हार मिली। फिर 2025 में पंजाब किंग्स के लिए खेलते हुए वह एक बार फिर फाइनल हार गए, इस बार आरसीबी से यह हार मिली।

रविचंद्रन अश्विन भी दो बार जीते, लेकिन चार बार हारे भी
वही रविचंद्रन अश्विन का नाम भले ही ट्रॉफी जीतने वालों में आता हो, लेकिन उन्हें आईपीएल इतिहास का अनलकी खिलाड़ी भी कहा जा सकता है। अश्विन ने 2010 और 2011 में चेन्नई सुपर किंग्स के साथ आईपीएल खिताब जरूर जीता, लेकिन इसके बाद चार बार वह फाइनल में हार चुके हैं। 2012 में केकेआर से, 2013 में मुंबई से, 2020 में दिल्ली कैपिटल्स के साथ और 2022 में राजस्थान रॉयल्स के साथ उन्हें हार झेलनी पड़ी। इन चार हारों ने अश्विन के फाइनल रिकॉर्ड को बेहद ख़राब बना दिया है। खास बात यह है कि वह हर टीम के लिए उपयोगी खिलाड़ी रहे हैं पावरप्ले में विकेट लेना हो या मिड ओवर्स में नियंत्रण रखना हो, लेकिन फाइनल जैसे बड़े मौकों पर टीम का नसीब उनके साथ नहीं रहा।
शिखर धवन ने रन तो खूब बनाए लेकिन ट्रॉफी की तलाश
दरअसल शिखर धवन को आईपीएल का सबसे भरोसेमंद ओपनर माना जाता रहा है, जिन्होंने सालों तक लगातार रन बनाए हैं। लेकिन जब बात खिताबी जीत की आती है, तो उनका रिकॉर्ड निराशाजनक है। धवन 2010 में मुंबई इंडियंस के लिए फाइनल हारे थे, फिर 2018 में SRH के साथ चेन्नई से फाइनल गंवाया। इसके बाद 2020 में दिल्ली कैपिटल्स के साथ एक और फाइनल में MI से हार का सामना किया। हालांकि, 2016 में उन्होंने SRH के साथ एकमात्र ट्रॉफी जरूर जीती थी, लेकिन बाकी मौकों पर किस्मत उनके साथ नहीं थी।
राहुल त्रिपाठी भी तीन फाइनल खेले, लेकिन हर बार खाली हाथ
वहीं राहुल त्रिपाठी ने आईपीएल में जितना योगदान दिया है, उसके मुकाबले उन्हें उतनी पहचान नहीं मिली। वह तीन बार आईपीएल फाइनल तक पहुंचे, लेकिन हर बार उन्हें हार मिली। 2017 में RPSG के लिए खेलते हुए MI से हार गए, फिर 2021 में KKR के लिए फाइनल में CSK से हार का सामना किया। इसके बाद 2024 में SRH के साथ KKR से फाइनल गंवाया। त्रिपाठी ने हर बार टीम की सफलता में बड़ी भूमिका निभाई कभी टॉप ऑर्डर में तूफानी पारी से, तो कभी मिडिल ऑर्डर में संकटमोचक बनकर। लेकिन इन शानदार कोशिशों के बावजूद उन्हें अब तक एक भी आईपीएल ट्रॉफी नहीं मिल सकी है।