Paris Olympics Facts: फ्रांस की राजधानी पेरिस वर्तमान में दुनिया के सबसे बड़े खेल आयोजन की मेज़बानी कर रही है। दरअसल लगभग 100 वर्षों बाद, पेरिस ने एक बार फिर ओलंपिक की मेज़बानी की है और इस बार यह आयोजन कई कारणों से चर्चा में है। जानकारी दे दें कि यह पहला ओलंपिक है जिसमें खेलों में लैंगिक समानता प्राप्त की गई है। इस खेल महाकुंभ में पुरुष और महिला एथलीटों की संख्या समान है। इसके साथ ही, कई एथलीटों की प्रेरणादायक कहानियाँ भी उभर कर सामने आई हैं, जिन्होंने अपने उत्साह और समर्पण से असाधारण उपलब्धियाँ हासिल की हैं।
दिल छू लेगी तलवारबाज नादा हफेज की कहानी
दरअसल मिस्र की तलवारबाज नादा हफेज ने अपनी अद्वितीय साहसिकता और उत्साह से सभी का दिल छू लिया है। लेकिन बहुत कम लोग यह जानते हैं कि नादा हफेज सात महीने की गर्भवती हैं। लेकिन इसके बाद अपनी कला का उत्कृष्ट उदाहरण देते हुए और मानसिक मजबूती की मिसाल बनते हुए उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वियों को हराने में सफलता प्राप्त की है। दरअसल उनकी यह प्रेरणादायक यात्रा खेल जगत में एक नई उम्मीद का संकेत बनी है। नादा का कहना है कि वह अपने बच्चे के लिए एक मजबूत और प्रेरणादायक आदर्श प्रस्तुत करना चाहती हैं।
वहीं भारतीय शूटर मनु भाकर ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में असंतोषजनक प्रदर्शन के बाद पेरिस ओलंपिक 2024 में शानदार वापसी की है। उन्होंने अब तक दो मेडल अपने नाम किए हैं और भारतीय टीम की बड़ी उम्मीद बनकर उभरी हैं। मनु की मेहनत और समर्पण ने उन्हें इस ऊचाई तक पहुँचाया है, और उनके प्रदर्शन ने सभी को प्रभावित किया है।
झीइंग जेंग ने अनूठी मिसाल की कायम
इसके साथ ही चीन के टेबल टेनिस खिलाड़ी झीइंग जेंग ने 58 साल की उम्र में ओलंपिक में पदार्पण कर एक अनूठी मिसाल कायम की है। झीइंग ने 16 साल की उम्र में नेशनल टीम में जगह बनाई थी, लेकिन ओलंपिक खेलने का सपना अब तक पूरा नहीं हो पाया था। इस बार उन्होंने अपने सपने को साकार किया और दिखाया कि उम्र केवल एक संख्या है।