खेल, डेस्क रिपोर्ट। गत चैंपियन भारत ने सिंगापुर को 3-1 से मात देकर गोल्ड मेडल पक्का कर लिया है। भारतीय टीम ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में अपने मेडल को डिफेंड किया है। इससे पहले भी उन्होंने 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में भी गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया था।
भारत के लिए फाइनल मुकाबले के पहले मैच में हरमीत सिंह और जी.साथियान की जोड़ी ने योंग इजाक क्वेक (Yong Izaac Quek) और यू एन कोएन पैंग (En Koen Pang) को 13-11, 11-7, 11-5 से मात देकर, मुकाबले में 1-0 की लीड हासिल की। हालांकि, इसके बाद शरथ कमल अचंता को सिंगापुर के झी यू क्लारेंस चिउ (Zhe Yu Clarence CHEW) के हाथों 1-7, 12-14 , 11-3, 11-9 से हार का सामना लेकिन चौथे और पांचवे मुकाबले में जी साथियान और हरमीत देसाई ने क्रमशः यू एन कोएन पैंग को 12-10, 7-11, 11-7 और हरमीत देसाई ने झी यू क्लारेंस चिउ को 11-8, 11-5 से मात देकर गोल्ड मेडल पर कब्जा जमा लिया।
इससे पहले भारत ने बारबाडोस, आयरलैंड, बांग्लादेश पर 3-0 वही नाइजीरिया पर 3-1 से जीत हासिल कर फाइनल तक का सफर तय किया था।
आपको बता दे, मेडल के साथ भारत के कुल पदकों की संख्या 11 हो गई है। लॉन बाउल्स में ऐतहासिक मेडल और जूडो में दो मेडल सुशीला देवी के रजत और विजय यादव के कांस्य के अलावा भारत ने वेटलिफ्टिंग में 7 मेडल जीते जिसमें तीन गोल्ड हैं। वेटलिफ्टर मीराबाई चानू, जेरेमी लालरिनुंगा और अचिंता शेउली ने गोल्ड मेडल जीता वहीं संकेत सरगर और बिंदियारानी देवी ने सिल्वर मेडल जबकि गुरुराजा पुजारी और हरजिंदर कौर ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था।
इन खिलाड़ियों ने बिखेरी चमक –
जी साथियान
चेन्नई के तमिलनाडु में जन्मे जी साथियान का पूरा नाम साथियान गणानाशेखरन है। दुनिया के 24वें नंबर के टेबल टेनिस खिलाड़ी साथियान ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 के मेन्स टीम में गोल्ड, मेन्स डबल्स में सिल्वर और मिक्सड डबल्स में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया है।
हरमीत देसाई
गुजरात के सूरत में जन्मे हरमीत देसाई भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी ने साल 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में मेन्स टीम में गोल्ड और मेन्स डबल्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
शरत कमल
चेन्नई के तमिलनाडु से आने वाले अचंत शरत कमल भारतीय टेबल टेनिस के सबसे मशहूर खिलाड़ियों में से एक है। शरत को आप कॉमनवेल्थ गेम्स के पदकधारी भी कह सकते है क्योंकि उन्होंने आज तक कॉमनवल्थ गेम्स के सिंगल्स और टीम के रुप में वह चार गोल्ड, एक सिल्वर और दो ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर चुके है।