नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। BCCI के कूलिंग ऑफ पीरियड में बदलाव करने की मंजूरी सुप्रीम कोर्ट (SC) द्वारा दे दी गई है। मंजूरी मिलने के बाद अब कोई भी पदाधिकारी बीसीसीआई में लगातार दो बार यानी 6 साल तक पद पर बना रह सकता है। मीडिया रिपोर्ट में यह बात कही जा रही है कि इस मंजूरी का फायदा मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) और सचिव जय शाह (Jay Shah) को सबसे ज्यादा होगा।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक राज्य क्रिकेट एसोसिएशन और बीसीसीआई के कार्यकाल को अब एक साथ नहीं गिना जाएगा। कोई अधिकारी राज्य क्रिकेट में 6 साल काम कर चुका है तो वह बीसीसीआई में भी 6 साल पदभार संभाल सकता है।
कूलिंग पीरियड की बात करें तो इसके तहत पदाधिकारी स्टेट बॉडी में 3 साल तक पद संभालने के बाद बोर्ड में 3 साल तक ही पद पर रह सकता था। लेकिन सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी के बाद इस कूलिंग ऑफ पीरियड में 3 साल स्टेट और बोर्ड में 6 साल तक पद संभाला जा सकता है।
Must Read- T20 Ranking में छाया Virat Kohli का जलवा, 14 खिलाड़ियों को दी मात
BCCI की ओर से इस प्रावधान में बदलाव की मांग करते हुए यह कहा गया था कि स्टेट और बोर्ड दोनों के पद मिलाकर कार्यकाल ना गिना जाए, बल्कि एक ही स्थान पर 6 साल तक रहने के बाद कूलिंग ऑफ पीरियड को लागू किया जाए। कोर्ट ने इस बात पर अपनी मंजूरी दे दी है।
फिलहाल सौरव गांगुली बीसीसीआई प्रेसिडेंट है और उनके अलावा पांच पदाधिकारी बोर्ड और स्टेट लेवल पर 6 साल पूरे कर चुके हैं। बीसीसीआई के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी 23 अक्टूबर 2019 गांगुली को दी गई थी। इसी तरह जय शाह को 2014 में गुजरात क्रिकेट संघ का संयुक्त सचिव बनाया गया था। 2019 तक वह इस संघ से जुड़े रहे। इसके बाद बीसीसीआई ने उन्हें 24 अक्टूबर 2019 को सेक्रेटरी का पद दिया। कोर्ट द्वारा दिए गए बदलाव के आदेश के बाद अब यह कहा जा रहा है कि दोनों का कार्यकाल अगले 3 साल के लिए बढ़ सकता है।