वनडे विश्व कप के 48 साल के इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा, लगे 500 से ज्यादा छक्के

World Cup 2023

World Cup 2023: वनडे विश्व कप 2023 का सीजन चल रहा है। इस साल खिलाड़ियों ने कई सारे रिकॉर्ड तोड़कर अपने नाम किया है। इसी बीच वनडे विश्व कप के 48 साल के इतिहास में एक नया कारनामा हुआ है। जहां विश्व कप के 40 वें मुकाबले में ही 500 से ज्यादा छक्के लग चुके हैं। यह कारनामा विश्व कप के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ था।

ENG VS NED मैच में लगा विश्व कप का 500 वां छक्का

विश्व कप 2023 का 40 वां मुकबला इंग्लैंड और नीदरलैंड्स के बीच पूणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला जा रहा है। जहां इंग्लैंड की टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। इस मैच की पहली पारी के दौरान ही विश्व कप का 500 वां छक्का लगा। वहीं अब तक विश्व कप के 48 मुकाबले में सिर्फ 40 मुकाबले खेले गए हैं। वहीं यह अनुमान लगाया जा सकता है कि छक्कों का यह आंकड़ा 600 के करीब पहुंच सकता है।

इस विश्व कप में मैक्सवेल और रोहित ने लगाए सबसे ज्यादा छक्के

विश्व कप 2023 में अब तक ग्लेन मैक्सवेल और रोहित शर्मा ने सबसे ज्यादा छक्के लगाए हैं। जहां ग्लेन मैक्सवेल ने 7 मैचों में ही 22 छक्के लगाए हैं। वहीं रोहित शर्मा ने आठ मैचों में 22 छक्के लगाए हैं। अन्य खिलाड़ी की बात करें तो डेविड वार्नर ने अब तक कुल 20 छक्के लगाए हैं। जबकि पाकिस्तान के खिलाड़ी फखर जमां ने तीन मैचों में ही कुल 18 छक्के लगाए हैं। वहीं 18 छक्के साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज ने क्विंटन डी कॉक ने भी लगाया है।

पहले विश्व कप में लगे थे 28 छक्के

आपको बता दें साल 1975 के विश्व कप के मुकाबले में कुल 28 छक्के लगे थे। इसके बाद विश्व कप 1979 में भी 28 छक्के, विश्व कप 1983 में 77 छक्के, 1987 में 126 छक्के, विश्व कप 1992 में 93 छक्के, विश्व कप 1996 में 148 छक्के, विश्व कप 1999 में 153 छक्के, विश्व कप 2003 में 266 छक्के, विश्व कप 2007 में 373 छक्के, विश्व कप 2011 में 258 छक्के, विश्व कप 2015 में 463 छक्के, विश्व कप 2019 के मुकाबले में 357 छक्के लगे थे।

 

 

 


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Shashank Baranwal

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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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