खेल, डेस्क रिपोर्ट। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अनुभवी और महान क्रिकेट अंपायरों में से एक रूडी कर्टजन की मंगलवार को एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई। जानकारी मुताबिक, रिवरसेल के पास आमने-सामने की टक्कर में उनके साथ-साथ तीन अन्य लोगों की मौत हो गई।
इस बात पुष्टि कर्टजन के बेटे रूडी कर्टजन जूनियर ने की, जहां उन्होंने कहा, “वह अपने कुछ दोस्तों के साथ एक गोल्फ टूर्नामेंट में गए थे और उनके सोमवार को वापस आने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा लगता है कि उन्होंने गोल्फ का एक और दौर खेलने का फैसला किया।
इस बात की खबर आते ही पूरा क्रिकेट जगत सन्न रह गया। इस बीच भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग ने उनकी मृत्यु पर एक भावुक ट्वीट करते हुए लिखा, “रूडी कोएर्टजन की फैमिली के प्रति संवेदना। उनके साथ बहुत अच्छे संबंध थे। जब भी मैं तेजतर्रार शॉट खेलता था तो वह मुझे यह कहते हुए डांटते थे कि समझदारी से खेलो, मैं तुम्हारी बल्लेबाजी देखना चाहता हूं।”
Vale Rudi Koertzen ! Om Shanti. Condolences to his family.
Had a great relation with him. Whenever I used to play a rash shot, he used to scold me saying, “Play sensibly, I want to watch your batting”.
One he wanted to buy a particular brand of cricket pads for his son (cont) pic.twitter.com/CSxtjGmKE9
— Virender Sehwag (@virendersehwag) August 9, 2022
सहवाग ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा, “एक बार वह अपने बेटे के लिए एक विशेष ब्रांड का क्रिकेट पैड खरीदना चाहते थे। उन्होंने मुझसे इसके बारे में पूछा, मैंने उन्हें गिफ्ट में पैड दिया जिसे लेकर वह बहुत खुश थे। एक सज्जन और बहुत ही शानदार इंसान। रूडी आपकी याद आएगी।”
And enquired about it from me. I gifted him and he was so grateful . A gentleman and a very wonderful person. Will miss you Rudi. Om Shanti pic.twitter.com/gdSHGOoYg8
— Virender Sehwag (@virendersehwag) August 9, 2022
आपको बता दे, अपने 27 सालों के लम्बे अंपायरिंग करियर में रूडी कोएर्टजन ने 331 इंटरनेशनल मैचों में अंपायरिंग की जिनमें 108 टेस्ट, 209 वनडे और 14 टी-20 इंटरनेशनल मुकाबलें शामिल है। उन्होंने 1992 में अपने पहले अंतरराष्ट्रीय मैच में अंपायरिंग की थी। 1997 में, उन्हें पूर्णकालिक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) अंपायर के रूप में नियुक्त किया गया था।
उन्होंने 2003 और 2007 विश्व कप फाइनल में तीसरे अंपायर के रूप में अपनी सेवाएं दी थी। 2010 में अंपायर के रूप में उनका आखिरी मैच ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच टेस्ट था।