विनेश फोगाट: मैं शायद अब कभी न लौटूं !

दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। भारत की स्टार पहलवान विनेश फोगाट टोक्यों ओलंपिक्स में उम्मीदों पर खरी नही उतरी और भारत लौटने के बाद उन पर अनुशासनहीनता का आरोप लग गया और भारतीय कुश्ती महासंघ ने उन्हें ‘अस्थाई रूप से निलंबित’ कर दिया है। विनेश पर आरोप हैं कि कोच वोलेर एकोस के साथ हंगरी में ट्रेनिंग कर रही विनेश वहां से सीधे टोक्यो पहुंची थी, जहां उसने खेल गांव में रहने और भारतीय टीम के अन्य सदस्यों के साथ ट्रेनिंग करने से इनकार कर दिया था। साथ ही उन्होंने भारतीय दल के आधिकारिक प्रायोजक शिव नरेश की पोशाक पहनने से इनकार करते हुए अपने मुकाबलों के दौरान नाइकी की पोशाक पहनी थी। डब्ल्यूएफआई ने इसे अनुशासनहीनता माना था और विनेश के वापस भारत लौटते ही उन्हें नोटिस जारी कर दिया था, साथ ही अस्थाई रूप से निलंबित भी कर दिया था। तमाम आरोपों और प्रतिबंध के बाद विनेश फोगाट ने अब अपनी चुप्पी तोड़ते हुए खुद पर लगे आरोपों को गलत करार दिया है। हालांकि उनके बयान से साफ झलक रहा है कि विनेश बुरी तरह टूट गई है।

एक तरफ़ आज़ादी का जश्न ,दूसरी तरफ सड़क पर नवजात का जन्म, बदहाली की रौंगटे खड़ी करती तस्वीरें

विनेश फोगाट ने कहा , ”मुझे ऐसा लगता है जैसे मैं एक सपने में सो रही हूं और कुछ भी शुरू ही नहीं हुआ है।मैं बिल्कुल ब्लैंक हूं। मैं नहीं जानती कि जिंदगी में क्या हो रहा है। पिछले एक हफ्ते से मेरे अंदर इतना कुछ चल रहा है,मैंने कुश्ती को सब कुछ दिया है और अब जाने का सही समय है। लेकिन दूसरी ओर, अगर मैं छोड़ देती हूं और लड़ती नहीं हूं, यह मेरे लिए एक बड़ा नुकसान होगा। अभी, मैं वास्तव में अपने परिवार पर ध्यान देना चाहती हूं। लेकिन बाहर हर कोई मेरे साथ ऐसा व्यवहार कर रहा है जैसे मैं मरी हुई चीज हूं। मैं जानती थी कि भारत में आप जितनी तेजी से उठते हैं, उतनी ही तेजी से गिरते हैं एक पदक (खोया) और सब कुछ समाप्त हो गया।


About Author
Avatar

Harpreet Kaur