टीम इंडिया 20 जून से इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने जा रही है। इस सीरीज में यशस्वी जायसवाल का प्रदर्शन काफी अहम माना जा रहा था, लेकिन सीरीज शुरू होने से पहले ही उनकी फॉर्म सवालों के घेरे में है। इंग्लैंड दौरे से पहले यशस्वी इंडिया ए टीम के साथ दो अनौपचारिक टेस्ट मुकाबले खेल चुके हैं, जिसमें उनका बल्ला खास नहीं चला।
पहले मैच में उन्होंने एक अर्धशतक जरूर जड़ा लेकिन दूसरे मुकाबले में दोनों पारियों में फ्लॉप रहे। ऐसे में चयनकर्ताओं और टीम मैनेजमेंट की चिंता बढ़ गई है कि क्या यशस्वी पहले टेस्ट में भरोसेमंद ओपनर साबित हो पाएंगे?

IND vs ENG टेस्ट सीरीज से पहले इंडिया ए के लिए यशस्वी का कमजोर प्रदर्शन
दरअसल इंग्लैंड लायंस के खिलाफ खेले गए दूसरे अनऑफिशियल टेस्ट मैच में यशस्वी जायसवाल के बल्ले से सिर्फ 22 रन निकले। पहली पारी में वह 17 रन बनाकर आउट हुए और अंपायर के फैसले से नाखुश भी नजर आए। दूसरी पारी में उन्हें बड़ा स्कोर बनाने की जरूरत थी, लेकिन वे सिर्फ 5 रन बनाकर आउट हो गए।पहले अनऑफिशियल टेस्ट की बात करें तो उसमें यशस्वी ने 24 और 64 रन की पारियां खेली थीं। हालांकि इन स्कोर को देखकर यह कहा जा सकता है कि वे लय में नहीं हैं। इस फॉर्म को देखकर लगता है कि टीम मैनेजमेंट उन्हें शुरुआती टेस्ट मैचों में मौका देने से पहले दो बार सोचेगा। टेस्ट क्रिकेट में ओपनर का रोल बेहद अहम होता है और अगर शुरुआत ही कमजोर हो जाए तो मिडिल ऑर्डर पर दबाव आना तय है।
केएल राहुल की दमदार वापसी
वहीं जहां यशस्वी का बल्ला खामोश रहा, वहीं केएल राहुल ने इंडिया ए के लिए दोनों पारियों में शानदार प्रदर्शन कर टीम मैनेजमेंट को राहत दी है। पहली पारी में उन्होंने 116 रनों की क्लासिक पारी खेली और दूसरी इनिंग में 64 गेंदों पर 51 रन बनाए। उनकी पारी में 9 चौके शामिल थे, जिससे साफ है कि वह टच में हैं और लंबे फॉर्मेट के लिए पूरी तरह तैयार हैं। राहुल की यह पारी इंग्लैंड की परिस्थितियों में खास मायने रखती है जहां स्विंग और सीम मूवमेंट बल्लेबाजों के लिए परेशानी बनता है। केएल ने जिस तरह से धैर्य के साथ बल्लेबाजी की, वह ओपनर के तौर पर उन्हें मजबूत दावेदार बनाता है। ऐसे में अगर पहले टेस्ट में केएल राहुल और शुभमन गिल ओपन करते दिखें तो कोई हैरानी नहीं होगी।