Ind Vs Eng: 53 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ यशस्वी जायसवाल रच सकते हैं इतिहास, बनेंगे पहले भारतीय बल्लेबाज

टेस्ट सीरीज युवा और सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के लिए काफी शानदार रहा है। यशस्वी अपने शानदार परफॉर्मेंस के बदौलत कई रिकॉर्ड तोड़ने और बनाने में कामयाब रहे हैं।

Shashank Baranwal
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Yashasvi Jaiswal

Yashasvi Jaiswal Test Runs: भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम ने 3-1 से बढ़त बनाकर सीरीज पर कब्जा कर लिया है। वहीं सीरीज का आखिरी मुकाबला 7 मार्च 2024 से शुरू होने वाला है। यह टेस्ट सीरीज युवा और सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के लिए काफी शानदार रहा है। यशस्वी अपने शानदार परफॉर्मेंस के बदौलत कई रिकॉर्ड तोड़ने और बनाने में कामयाब रहे हैं। इसके साथ ही पाचंवे टेस्ट मैच में भी वह 53 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़कर एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज बन सकते हैं।

इस खिलाड़ी के रिकॉर्ड को तोड़ेंगे यशस्वी

इंग्लैंड के खिलाफ अगर यशस्वी जायसवाल 5वें टेस्ट मुकाबले में 120 रनों की पारी खेलते हैं तो वह सुनील गावस्कर के 53 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़कर एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बन जाएंगे। गौरतलब है कि साल 1970-71 में सुनील गावस्कर वेस्टइंडीज के खिलाफ 4 मैचों की टेस्ट सीरीज में कुल 774 रन बनाए थे। वहीं साल 1978-79 में एक बार फिर वेस्टइंडीज के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों की सीरीज में सुनील गावस्कर 732 रन बनाए थे। जबकि तीसरे नंबर पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों में विराट कोहली का नाम शामिल हैं।


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।