आईफोन हमेशा से ही अपनी शानदार क्वालिटी और डिजाइंस को लेकर चर्चा में रहता है। लेकिन अब बाजार में नकली आईफोन भी देखने को मिलते हैं। ऐसे में कई लोग यह नहीं समझ पाते हैं कि असली और नकली आईफोन में क्या अंतर होता है? दरअसल यह दोनों ही फोन देखने में एक जैसे दिखते हैं। लेकिन आपको बता दें कि दोनों में बहुत अंतर होता है।
रिपोर्ट की माने तो 2024 में आईफोन की बिक्री से एप्पल कंपनी ने 39 अरब अमेरिकी डॉलर का राजस्व कमाया है। ऐसे में इसकी बढ़ती लोकप्रियता के चलते अब बाजार में कई नकली आईफोन भी दिखाई दे रहे हैं। कई लोग खरीदते समय यह नहीं समझ पाते हैं कि यह फोन असली है या नकली। चलिए जानते हैं आईफोन खरीदते समय इसकी पहचान कैसे की जाए।
आईफोन खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान
बता दें कि आईफोन ने हमेशा अपनी क्वालिटी को लेकर सुर्खियां बटोरी है। ऐसे में असली फोन लेना जरूरी है। जब भी फोन लें तो हमेशा पैकेजिंग पर ध्यान देना चाहिए। जब भी आप आईफोन खरीदें तो आईफोन के बॉक्स पर कंपनी का क्यूआर कोड जरूर चेक करें। इसके साथ ही आईफोन के सीरियल नंबर को भी जांचना बेहद जरूरी है। फोन खरीदते समय सीरियल नंबर और IMEI नंबर को जरूर जांच लें। इसके लिए आप सेटिंग्स जाकर सीरियल नंबर की जांच कर सकते हैं। इसके बाद इस सीरियल नंबर को आप एप्पल के चेक कवरेज पर दर्ज कर सकते हैं। जिससे आपको यह सुनिश्चित हो जाएगा कि यह फोन असली है या नकली।
इन तरीकों से भी कर सकते हैं पहचान
इसके साथ ही एक सबसे आसान तरीका यह भी है कि आप जब भी आईफोन खरीदें तो फोन का IMEI नंबर अवश्य चेक कर लें। इसके लिए अपने फोन पर *#06# डायल करें और इसे बॉक्स पर लिखे IMEI नंबर से जरूर मिला लें। यदि दोनों एक जैसे हैं तो फोन असली कंपनी का है। इसके साथ ही आप आईओएस वर्जन और सॉफ्टवेयर वर्जन से भी इसकी पहचान कर सकते हैं। यदि फोन में Siri अवेलेबल है तो फोन असली है। इसके साथ ही आईफोन द्वारा एप्पल स्टोर सपोर्ट करना जरूरी है। यदि आपका फोन एप्पल स्टोर सपोर्ट नहीं करता है तो यह फोन नकली हो सकता है।