नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने में जुटी केंद्र सरकार 01 अप्रैल 2023 से नए उत्सर्जन नियमों को कड़ाई सेलगू कर रही है। इसे रियल ड्राइविंग एमिशियन (RDE) के तौर पर जाना जाता है। इसके लागू हो जाने के बाद बहुत से कंपनियां कई करों और उनके वैरिएंट को नए उत्सर्जन मानकों के हिसाब से अपग्रेड नहीं कर पाएंगी , यानि उन्हें उस मोडल या वैरिएंट को बंद करना होगा।
हुंडई i20 डीजल पर है बंद होने का खतरा
जिन कारों के मॉडल यानि वैरिएंट पर खतरा है उनमें से एक है हुंडई की i20 डीजल कार (hyundai i20 diesel car) । जानकारों के अनुसार 31 मार्च 2022 से हुंडई अपने i20 डीजल मॉडल की कार की सेल बंद (Hyundai i20 diesel car will be discontinued) कर देगी। हालाँकि फ़िलहाल ऐसे कोई आधिकारिक घोषणा कंपनी की तरफ से अभी सामने नहीं आई है।
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सर्विस मिलती है लेकिन मेंटेनेंस होता है महंगा
यदि आप हुंडई की कारों को पसंद करते हैं, आपको डीजल कारण पसंद हैं तो i20 मॉडल खरीदने से पहले पूरी तहकीकात कर लें वरना आपको बाद में कहीं पछताना ना पड़े। हालाँकि कोई भी कंपनी अपने बंद किए जाने वाले मॉडल पर भी सर्विस देती है, लेकिन समय के साथ इसके पार्ट्स और मेंटेनेंस महंगा होता जाता है, जो परेशानी पैदा करता है।
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ऐसा है हुंडई i20 डीजल का इंजन
हुंडई ने अपने i20 डीजल मॉडल में 1493cc का डीजल इंजन दिया है, जो 98.63 BHP का पावर जनरेट करता है। इसमें सिर्फ मैनुअल इंजन ऑप्शन ही मिलता है। कंपनी के दावे के मुताबित, इसका माइलेज 25kmpl है। हालांकि, शहर में इसका माइलेज 13kmpl ही रह जाता है। इसमें 37 लीटर का डीजल टैंक दिया है। सेफ्टी के लिए इसमें 2 एयरबैग के साथ ABS, सेंट्रल लॉकिंग, पावर डोर लॉक, चाइल्ड सेफ्टी लॉक, एंटी थेप्ट अलार्म, सीट बेल्ट वॉर्निंग, टायर प्रेशर मॉनीटर जैसे फीचर्स दिए हैं।
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700 यूनिट प्रति माह बिकती हैं
हुंडई की प्रीमियम हैचबैक i20 दो पेट्रोल इंजन और एक डीजल इंजन ऑप्शन के साथ आती है। कंपनी हर महीने इसकी 700 यूनिट बेचती है। डीजल मॉडल का सभी i20 की कुल सेल में 10 प्रतिशत योगदान होता है। यानी कंपनी इसे बंद करती है तो उसे 10 फीसदी सेल का नुकसान होगा।
पेट्रोल कारें बन रही हैं लोगों की पसंद
भारतीय बाजार में अब लोगों का माइंडसेट बदल गया है अब उनकी प्रायोरिटी डीजल कार नहीं बल्कि पेट्रोल इंजन वाली कार है वो इसलिए क्योंकि पेट्रोल और डीजल की रेट में बहुत बड़ा अंतर नहीं बचा है। एक बात और भी है कि पेट्रोल कार के मुकाबले डीजल कार का मेंटेनेंस भी ज्यादा होता है है। सबसे बड़ी बात अब पेट्रोल गाड़ियों का माइलेज भी बेहतर होता जा रहा है।