बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे सियासी दलों के बीच बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने रविवार को ऐलान किया कि उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी। उन्होंने अपने भतीजे आकाश आनंद को बिहार में पार्टी की कमान सौंपने की घोषणा की। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर मायावती ने बताया कि पिछले दो दिनों की समीक्षा बैठक में उम्मीदवारों के चयन और पार्टी की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया।
मायावती ने कहा कि बैठक में पार्टी पदाधिकारियों को कमियों को दूर करने और पूरे समर्पण के साथ चुनावी तैयारियों में जुटने के निर्देश दिए गए। अगले महीने से शुरू होने वाली पार्टी की यात्रा और जनसभाओं की जिम्मेदारी आकाश आनंद, राष्ट्रीय संयोजक रामजी गौतम और बसपा की बिहार इकाई को सौंपी गई है। मायावती ने अपने दिशा-निर्देशों में इन कार्यक्रमों को व्यवस्थित और प्रभावी बनाने पर जोर दिया।
बिहार में तेजी से बदलते राजनीतिक हालात
बिहार की विशालता को देखते हुए बसपा ने सभी विधानसभा सीटों को तीन जोन में बांटकर वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी सौंपने का फैसला किया है। मायावती ने कहा कि बिहार के तेजी से बदलते राजनीतिक हालात और चुनावी समीकरणों को ध्यान में रखते हुए पार्टी बेहतर परिणाम लाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संगठन को मजबूत करने और जनाधार बढ़ाने के लिए मिशनरी स्तर पर काम करने का निर्देश दिया।
उड़ीसा और तेलंगाना में भी संगठन की तैयारियों पर चर्चा
इससे पहले, बसपा ने उड़ीसा और तेलंगाना में भी संगठनात्मक तैयारियों पर चर्चा की थी, जहां उत्तर प्रदेश की तर्ज पर जिला और पोलिंग बूथ स्तर तक कमेटियों का गठन किया गया। मायावती ने बिहार में पार्टी के प्रदर्शन को लेकर आश्वस्ति जताई और कहा कि संगठन की मेहनत और रणनीति से बसपा इस बार मजबूत स्थिति में होगी। यह कदम उत्तर प्रदेश में हाल की हार के बाद पार्टी की रणनीति में नए जोश को दर्शाता है।





