ग्वालियर । स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत मोतीमहल में हैरीटेज होटल तथा ग्वालियर व्यापार मेला परिसर में ट्रेड कन्वेंशन सेंटर विकसित किया जाएगा। शहर के सभी हाईस्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम बनेंगे। केन्द्रीय पंचायतीराज, ग्रामीण विकास एवं खनन मंत्री एवं क्षेत्रीय सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में स्मार्ट सिटी सलाहकार समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया।
स्मार्ट सिटी सलाहकार समिति की बैठक शनिवार को कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में शहर विकास के अनेक बिंदुओं पर चर्चा कर निर्णय लिए गए। बैठक में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि ग्वालियर शहर में प्रवेश करने वाली सभी सड़कों को स्मार्ट सड़क के रूप में विकसित किया जाए। गोरखी हायर सेकेण्ड्री स्कूल को पुराने स्वरूप में विकसित किया जाए। भवन की वर्तमान स्थिति के संबंध में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से परामर्श भी प्राप्त किया जाए। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि स्मार्ट सिटी कोर एरिया के साथ ही शहर के अन्य स्थानों पर 4 – 5 स्मार्ट पार्क तथा खेल मैदान भी विकसित किए जाएं। वन सिटी वन एप को और जन उपयोगी बनाया जाए। श्री तोमर ने स्मार्ट सिटी योजना के तहत बाइक शेयरिंग के कार्य को भी शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि शहर में 25 साइकिल स्टेण्ड भी तैयार कर लिए गए हैं। शीघ्र ही बाइक शेयरिंग का कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि महाराज बाड़े पर स्थित टाउन हॉल का कार्य 31 मार्च तक पूर्ण किया जाए तथा टाउन हॉल के प्रवेश द्वार पर भी भवभूति की प्रतिमा भी स्थापित की जाए। नगर निगम के पुराने निगम मुख्यालय भवन को भी आकर्षक रूप से विकसित किया जाए। उसका जीर्णोद्धार स्मार्ट सिटी के माध्यम से किया जाए।
केन्द्रीय मंत्री ने बैठक में यह भी निर्देश दिए कि शहर के पर्यावरण को और बेहतर बनाने तथा प्रदूषण नियंत्रण के लिए शीघ्र ही एक वर्कशॉप आयोजित की जाए, जिसमें प्रदूषण नियंत्रण के संबंध में विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जाए। विशेषज्ञों द्वारा बताए गए उपायों को अपनाकर शहर के प्रदूषण को कम करने की दिशा में प्रभावी कार्रवाई की जाए। बैठक में उन्होंने यह भी कहा कि स्मार्ट सिटी के माध्यम से ही शहर में प्रतिमाओं के लिए अलग से पार्क बनाया जाए। इसमें शहर के सभी मूर्तिकारों की एक प्रतियोगिता आयोजित कर अलग-अलग तरह की कलाकृतियां एवं प्रतिमाएं तैयार कराई जाएं। जिनको बाद में विकसित पार्क में प्रदर्शित किया जाए। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी मूर्तिकारो को उचित पुरस्कार भी प्रदान किए जाएं। मूर्तिकारों के लिए सामग्री एवं पत्थर स्मार्ट सिटी उपलब्ध कराए।
आयुक्त बी एम शर्मा ने स्मार्ट सिटी योजना के तहत किए जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि ग्वालियर में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत तेजी से कार्य किए जा रहे हैं। किए जा रहे कार्यों का लाभ शीघ्र ही आम जनों को उपलब्ध होने लगेगा। कलेक्टर ग्वालियर भरत यादव ने भी स्मार्ट सिटी के तहत किए जा रहे कार्यों और आगामी कार्ययोजना के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। सीईओ स्मार्ट सिटी महिप तेजस्वी ने बताया कि स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत कुल 11 मॉड्यूल पर 89 प्रोजेक्ट का कार्य 2233 करोड़ रूपए की लागत से किया जा रहा है। क्षेत्र आधारित विकास के तहत 8 मॉडयूल्स पर 54 प्रोजेक्ट पर 16 करोड़ 11 लाख रूपए की लागत से कार्य किए जा रहे हैं, जबकि पेन सिटी विकास के तहत तीन मॉड्यूल्स पर 35 प्रोजेक्टों पर 532 करोड़ रूपए के कार्य किए जा रहे हैं। बैठक में सदस्यों द्वारा भी आवश्यक सुझाव दिए गए। बैठक में महापौर विवेक नारायण शेजवलकर, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के प्रतिनिधि के रूप में नेता प्रतिपक्ष कृष्णराव दीक्षित, विधायक मुरार मुन्नालाल गोयल के प्रतिनिधि, समिति के सदस्य राजू सेठ सहित सदस्यगण और विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।