MP Byelection 2020 : खाती वोटो को साध रहे जीतू और चौधरी, भाजपा पर कस रहे तंज

MP byelection 2020 : jitu patwari in dewas

देवास/हाटपिपल्या, सोमेश उपाध्याय। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में होने वाले उपचुनाव (MP Byelection 2020) को जीतने के लिए भाजपा (bjp) और कांग्रेस (congress) लगातार प्रयासरत है। दोनों ही पार्टियां वोटर्स (voters) को लुभाने के लिए सभाएं कर रही है और अपने अपने प्रत्याशियों का जमकर प्रचार- प्रसार कर रही है। वहीं आज पूर्व कमलनाथ सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी (former minister jitu patwari) हाटपिपल्या (hatpipaliya) पहुंचे।

पूर्व मंत्री जीतू पटवारी (former minister jitu patwari) ने मतदाताओं  (voters) को लुभाने और कांग्रेस प्रत्याशी राजवीर सिंह बघेल (congress candidate rajveer singh baghel) के समर्थन (support) में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले चुनाव में जब कमलनाथ सरकार (kamalnath government) ने प्रदेश के विकास (development) के रथ को तेजी से आगे बढ़ाया तो भाजपा ने भारत के लोकतंत्र को कुचलकर कांग्रेस के गददार 22 विधायकों को करोड़ों रुपए देकर खरीदकर सरकार बना ली। इस तरह भाजपा ने मतदाताओं के जनाधार के साथ खिलवाड़ किया। पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के साथ युवा कांग्रेस अध्यक्ष कुणाल चौधरी भी मौजूद रहे । चौधरी ने भी अपने चीर अंदाज में भाजपा पर करारे तंज कसते हुए काँग्रेस के पक्ष में मतदान की अपील करी।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।