इंदौर, आकाश धोलपुरे। सोशल मीडिया पर एक कांग्रेस और कांग्रेस प्रत्याशी भक्त युवक ने कुछ ऐसा कर डाला कि इंदौर के उपचुनाव की प्रक्रिया को लेकर सवाल उठ गए है। दरअसल, सांवेर उपचुनाव में डाक मतपत्र को सोशल मीडिया पर डालकर मतदान की गोपनीयता भंग करने के मामला सामने आया है। जिसके बाद भाजपा में हड़कम्प मच गया और आखिरकार रिटर्निंग ऑफिसर की शिकायत के बाद कनाड़िया पुलिस ने युवक प्रकरण दर्ज कर आरोपी युवक को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है।
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दरअसल, ये पूरा मामला प्रदेश के उपचुनाव के एपिसेंटर और सबसे हॉट सीट सांवेर विधानसभा के उपचुनाव से जुड़ा है। जहां 80 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग और कोविड मरीजों के लिए पहले से ही वोट डालने की व्यवस्था की गई है। लेकिन शनिवार को डाले जा रहे वोट में से एक मतपत्र को कांग्रेस कार्यकर्ता कृष्णा मंडलोई द्वारा सोशल मीडिया (फेसबुक) पर डाला दिया गया, जिसमे वोट कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू को दिया गया था। जिसके बाद हरकत में आई भाजपा ने मामले की शिकायत रिटर्निंग ऑफिसर को की और फिर रिटर्निंग ऑफिसर ने चुनाव की गोपनीयता भंग होने के मामले में कनाड़िया थाने पर शिकायत दर्ज करवाई।
इसके बाद कनाड़िया पुलिस ने आरोपी कृष्णा मंडलोई को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है। जांच अधिकारी बलवीर सिंह रघुवंशी ने बताया कि इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया और अब पुलिस इस बात की पड़ताल में जुटी है पूरे मामले में अन्य लोगो की भूमिका तो नही है।
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Gaurav Sharma
पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।
इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।