दरअसल मध्य प्रदेश के 65वें स्थापना दिवस पर प्रदेश की जनता को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मध्य प्रदेश लगातार उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है और एक आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए लंबे समय से योगदान देता आया है। प्रदेश की जनता को स्थापना दिवस की बहुत शुभकामनाएं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेशवासियों को मिलकर ऐसा मध्यप्रदेश करना है। जिसमें हर तरफ सुख, शांति, समृद्धि और खुशहाली होगी।
सीएम शिवराज (CM Shivraj) ने कहा कि मध्य प्रदेश दिवस पर हम सब संकल्प लेते हैं कि सपने के साकार होने तक अथक, अविराम कार्य करेंगे और शीघ्र ही अपने उद्देश्य को सफल करेंगे। वही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा मध्यप्रदेश देश के सबसे तीव्र गति में विकास पथ पर दौड़ने वाला प्रदेश है और यह प्रदेश की जनता के अथक प्रयास और योगदान का फल है। उन्होंने प्रदेश की जनता को बधाई देते हुए कहा है कि मध्यप्रदेश को सर्वोच्च शिखर पर स्थापित करने का सपना जल्द ही साकार किया जाएगा।
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वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Former chiefminister Kamalnath) ने मध्य प्रदेश की जनता को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जनता के समर्थन से मध्यप्रदेश के भविष्य का नया नक्शा बनाया जाएगा। जहां प्रदेश के पूरे जनता की खुशहाली सुनिश्चित की जाएगी। इसके साथ ही मध्य प्रदेश में किसानों एवं नौजवानों के साथ से सभी का भविष्य सुरक्षित करने के लिए हम सभी संकल्पित हैं और इसके लिए अथक प्रयास करेंगे।
दूसरी तरफ राष्ट्रीय मानवाधिकार फाउंडेशन, ग्वालियर द्वारा रविवार को 65वा स्थापना दिवस कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। श्रीचंद ऐरन सभागृह गुप्तेश्वर मंदिर के पास शाम 4:00 बजे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिसमें शहीद एवं सेवानिवृत पुलिसकर्मियों और सैनिकों के परिवार को सम्मानित किया जाएगा।
मध्य प्रदेश के बारे में कुछ जानकारियां
1 नवंबर 1956 को मध्य प्रदेश को एक अलग राज्य का दर्जा मिला था। जिसके बाद 1 नवंबर 2000 को मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ राज्य के अलग होने के बाद मध्य प्रदेश भारत का सबसे बड़ा राज्य बन गया था।
मध्य प्रदेश से मध्य काल में जाने कितने विभूतियों ने इस धरती की माटी को अपने मस्तक से लगाया था। जिसमें राजा विक्रमादित्य, राजा अशोक, राजा भोज, तात्या टोपे, लक्ष्मीबाई, अहिल्याबाई जैसे महापुरुष प्रदेश की शान रहे हैं।
वहीं मध्यप्रदेश में ओम्कारेश्वर, पंचमढ़ी, महाकालेश्वर उज्जैन, अमरकंटक जैसी जगह धरती पर स्वर्ग का एहसास करवाती है।
वही सबसे दिलचस्प बात यह है कि मध्यप्रदेश को टाइगर स्टेट, सोया स्टेट नाम दिया गया है। जबकि पंडित जवाहरलाल नेहरू ने मध्यप्रदेश को हृदय प्रदेश का नाम दिया था।
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दो अनोखे संस्थान
वहीं मध्यप्रदेश में ऐसे दो संस्थान है जो मध्य प्रदेश के अलावा भारत के किसी अन्य राज्य में नहीं है। बिना मिट्टी के मछली के साथ सब्जियों का उत्पादन करने रिसर्च अनुसंधान केंद्र मध्यप्रदेश में है। मत्स्य शिक्षा संस्थानों में मध्य प्रदेश का एकमात्र केंद्रीय मत्स्यकी शिक्षा संस्थान होशंगाबाद में है।
जबकि प्रदेश में अरेबिका कॉफी बागान एकमात्र बैतूल जिले में है। यह बागान अंग्रेजों द्वारा 1944 में लगाया गया था। हालांकि कभी इसकी पैदावार 100 क्विंटल तक होती थी लेकिन अब घटते घटते केवल 5 क्विंटल रह गई है।
इस तरह मध्य प्रदेश अपने अंदर जाने कितनी खनिज एवं पर्यटन विभागों को लेकर समृद्ध माना जाता है। वहीं प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, प्रदेश के मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री सहित अन्य नेताओं ने भी मध्य प्रदेश की स्थापना दिवस पर जनता को शुभकामनाएं एवं बधाई दी है।