प्राचीन मनकामेश्वर मंदिर में सैंकड़ों दीप प्रज्जवलन, लोगों को बताया मिट्टी के दीपक का महत्व

सीहोर, अनुराग शर्मा। स्वदेशी अपनाओ, मिट्टी दीप जलाओ मुहिम के तहत गुरुवार शाम शहर के तहसील चौराहा स्थित प्राचीन मनकामेश्वर मंदिर पर प्रजापति समाज द्वारा दीप प्रज्जवलन किये। हर साल की तरह इस साल भी सैकड़ों दीपकों से मंदिर को रोशन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन शासन की गाइडलाइन के अनुरूप किया गया। कोरोना संक्रमण काल को देखते हुए कार्यक्रम को सादगी से मनाया गया।

मिशन माटी दीप के तहत दीपावली पर लक्ष्मी पूजन के लिए केवल मिट्टी से बने दीपक का उपयोग करने के लिए लोगों को जागरूक करने प्रजापति समाज ने मनकामेश्वर मंदिर में 2100 दीपों को प्रज्जवलित किया। कार्यक्रम में समिति के पदाधिकारी सीमित संख्या में उपस्थित रहे। इस मौके पर सभी ने एक साथ मिलकर संकल्प लिया कि मिट्टी से बने दीपों का इस्तेमाल किया जाएगा। जिंदगी रोज आधुनिक होती जा है और इसी दौरान हम कहीं न कहीं अपनी कला, संस्कृति को भूलते जा रहे हैं। अपनी संस्कृति और विरासत की उपेक्षा कर हम पर्यावर्ण को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। वहीं सदियों से चली आ रही पुरानी रवायती वस्तुएं अपना वजूद खो रही हैं। इसी के साथ मिट्टी के दीपक बनाने वालों को आजीविका मिलती रहे, इसलिये भी इनके उपयोग को बढ़ावा देने की बात कही गई है। अपनी पम्परा को कायम रखने के लिए लगातार तीन सालों से ये आयोजन किया जा रहा है।


About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।