बीमार कैदी की मौत, परिजनों ने लगाए इलाज में लापरवाही के आरोप 

Atul Saxena
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मुरैना, संजय दीक्षित। मुरैना जिला जेल में बंद विचाराधीन कैदी (Undertrials Prisoner) विजय गिरी की बीती रात इलाज के दौरान मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने जेल प्रशासन (Jail administration)  पर गंभीर लापरवाही व इलाज के लिए रिश्वत लेने के आरोप लगाए है।

जानकारी के अनुसार बानमोर थाने के अपराध क्रमांक 427 /17 हत्या व हत्या के प्रयास के मामले एक साल से बंद विचाराधीन कैदी विजय गिरी निवासी  बेलाकला थाना बिजौली की बीमारी के कारण मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन और जिला मजिस्ट्रेट पीएम हाउस पहुंच गए। जहाँ मृतक का पीएम चिकित्सकीय पैनल द्वारा कराया गया है। इसके साथ ही वीडियो ग्राफी भी करायी गयी है । मौत की जाँच  पुलिस व मजिस्ट्रेट द्वारा की जाएगी। मृतक के बेटे मोहन गिरी ने कैदी की मौत पर जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पिता की तबियत खराब चल रही थी जब जेल प्रशासन से उनको ठीक इलाज कराने के लिए बोला गया तो जेल में पदस्थ प्रहरी राजीव दंडोतिया ने 2 हजार व प्रहरी अरविंद तोमर ने 3 हजार की अलग अलग रिश्वत ली थी लेकिन इलाज नहीं कराया गया था। सही उपचार न मिलने के कारण उनकी मौत हो गयी। इस पूरे मामले में जेलर अश्विनी कुमार का कहना है कि मृतक कैदी बीमार चल रहा था समय समय पर उसको जिला अस्पताल में दिखाया गया था लेकिन बीती रात बीमारी के कारण उसकी मौत हो गई।अगर पैसे के लेनदेन का मामला सामने आ रहा है तो इसकी जाँच कराएंगे और दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कार्यवाही करेंगे।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....