सागर,डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश से आए दिन सड़क हादसे (Road Accident) के मामले सामने आते रहते हैं। बीते दिन सिवनी (Seoni) में एक कार (Car) खड़े टैंकर (Tanker) से भिड़ गई थी, जिसमें करीब 5 लोगों की मौत (Death) हो गई थी और 3 घायल हुए थे। वही आज मंगलवार को सुबह सागर (Dagar) के गढ़ाकोटा के पास एक तेज रफ्तार बस (buss) खड़े ट्राला से टकरा (collieded) गई। बता दें कि ट्राला के पिछले हिस्से में बस करीब 5 फीट तक अंदर घुस गई थी।
हादसा इतना भीषण था कि मौके पर ही 3 लोगों की मौत (Death) हो गई, वहीं 22 लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायलों को तुरंत उपचार के लिए गढ़ाकोटा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Community health centre) में भर्ती कराया गया, जहां घायलों को प्राथमिक उपचार (First Aid) देने के बाद सागर के जिला अस्पताल और बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। बता दे कि तेज रफ्तार बस बनारस से इंदौर जा रही थी।
पूरी घटना को लेकर गढ़ाकोटा के टीआई प्रशांत मिश्रा बताते हैं कि बस उत्तर प्रदेश के बनारस से इंदौर की ओर जा रही थी। बस में करीब 30 लोग सवार थे। वहीं गढ़ाकोटा के बरखेड़ा तिगड्डा के पास एक खराब ट्राला 2 दिन से खड़ा हुआ था। वहीं रात के अंधेरे में बस ड्राइवर ट्राला देख नहीं पाया जिसके चलते बस ट्राला में जा भिड़ी। यह हादसा रात को करीब 3:30 बजे हुआ, जिसकी जानकारी गढ़ाकोटा थाने को रात्रि गश्त टीम द्वारा दी गई, जिसके बाद घटनास्थल पर तुरंत पुलिस और एंबुलेंस पहुंची।
घटना स्थल पहुंच कर तुरंत घायलों को अस्पताल भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि भिड़ंत इतनी ज्यादा खतरनाक थी कि ट्राला फंसने की वजह से बस का अगला गेट लॉक हो गया है। एक्सीडेंट के दौरान बस में चीख-पुकार मच गई, जिसके बाद बुल्डोजर और गैस कटर की मदद से बस के पिछले गेट और इमरजेंसी विंडो को तोड़कर घायलों को बाहर निकाला गया। हादसे में घायल होने वालों की संख्या ज्यादा होने के चलते हैं शाहपुर पथरिया और रहली की 108 को बुलाया गया था। घायलों को तुरंत प्राथमिक उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां से उन्हें सागर रेफर कर दिया गया है।
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Gaurav Sharma
पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।
इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।