इंदौर, आकाश धोलपुरे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) के निर्देशों के बाद में प्रदेश भर(Madhya Pradesh) में नशाखोरी और अनैतिक कामों के खिलाफ प्रशासन (Administration) की मुहिम जोरों पर है इस क्रम में सबसे आगे इंदौर (Indore) है, जहां कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh) लगातार ड्रग माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं।रविवार (Sunday) को इसी क्रम में पिपली थाना क्षेत्र में स्थित ओयो होटल स्वीटहार्ट (Sweetheart) के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई ।
कार्यवाही के दौरान होटल में भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है। होटल संचालक मोहम्मद उस्मानी के ख़िलाफ़ पूर्व में ही अनेक आपराधिक प्रकरण दर्ज पाए गए हैं।इस होटल में लगातार शिकायतें मिल रही थी कि यहां पर नशाखोरी जोरों पर है और इसके साथ साथ अनैतिक कार्य भी चलते हैं । कॉलेज (College) के युवाओं के साथ साथ यहां पर ऐसे जुड़े भी देखे गए थे दिन हकीकत वीडियो (Video) संदेहास्पद है और जो साफ तौर पर यह बताती हैं कि होटल प्रबंधन की मिलीभगत से यहां पर अनैतिक कार्यों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी मनीष सिंह एवं DIG हरिनारायण चारी मिश्रा ने बताया है कि उक्त होटल संचालक के ख़िलाफ़ राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून के तहत कार्यवाही की जाएगी। उक्त आरोपी को गिरफ़्तार कर जेल भेजने की कार्यवाही की जाएगी
कलेक्टर ने अपने सूत्रों से इस बात की पुष्टि कराई और पुष्टि होने के बाद स्वीटहार्ट के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं इसके साथ साथ रविवार को ही इंदौर में ड्रग माफिया (Drug Mafia) के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई और की गई और अलसुबह से आज फिर ड्रग माफ़ियाओं पर प्रशासन (Indore Administration) का क़हर टूट रहा है। महालक्ष्मी नगर में ड्रग माफ़िया से संबंधित मकान पर नगर निगम द्वारा रिमूवल की कार्यवाही की जा रही है। कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा है कि इंदौर में ड्रग (Drug0 माफ़िया और अन्य अपराधियों को किसी भी दशा में बख़्शा नहीं जाएगा।
महालक्ष्मी नगर में निर्माणाधीन व्यवसायिक काम्प्लेक्स को निगम ने ढ़हाया
महालक्ष्मी नगर मुख्य मार्ग पर आवासीय प्लाट के स्थान पर तीन मंजिला व्यवसायिक कॉन्प्लेक्स बनाया जा रहा था। जिसे आज नगर निगम के रिमूवल दल ने ढहा दिया। यह कार्यवाई सुबह 7 बजे प्रारंभ होकर 9 बजे समाप्त हो गई। बताया जाता है कि इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर आवासीय प्लाटों पर व्यवसायिक दुकानें बनाकर अवैध निर्माण किया जा रहा है। इसकी शिकायत एक पूर्व आईएएस अधिकारी ने की थी।