भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कोरोना (Coronavirus) के बढ़ते प्रभाव के चलते मध्य प्रदेश (MP) के उच्च शिक्षा विभाग (Higher Education Department) ने कॉलेज छात्रों (College Student) को लेकर बड़ा फैसला लिया है। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने बड़ा ऐलान किया है कि स्नातक एवं स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष की परीक्षाएं ओपन बुक प्रणाली (Open book system) से ली जाएगी।
दरअसल, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव (Higher Education Minister Dr. Mohan Yadav) ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है और लिखा है कि #COVID19 के परिप्रेक्ष्य में विद्यार्थियों की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते हुए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) से अनुमति प्राप्त कर ली है कि मध्य प्रदेश में स्नातक (UG) एवं स्नातकोत्तर (PG) अंतिम वर्ष की परीक्षाएं ओपन बुक प्रणाली से ली जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव कहा कि अब सभी यूजी और पीजी के विद्यार्थी (College Student) को नेट पर या एप के माध्यम से पेपर मिलेगा। घर पर ही कॉपी या खाली पेज पर लिख कर पास के सेंटर पर जमा करना होगा।यादव ने खुद का वीडियो जारी कर विश्वविद्यालय के स्नातक और स्नातकोत्तर के छात्रों के लिए सूचना जारी की है।इसके तहत पास के कलेक्शन सेंटर पर कॉपी तय समय सीमा में विद्यार्थियों को सेंटर पर जाकर जमा करनी होगी।
इससे पहले अप्रैल में होने वाली कॉलेज परीक्षाओं को आगे बढ़ाने का फैसला लिया गया था। जिसमें मंत्री ने कहा था कि स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं (College Exam) परीक्षार्थियों की भौतिक रूप से परीक्षा केन्द्रों में उपस्थिति (Offline Exam) के साथ मई 2021 में संचालित होगी।स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष तथा स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं ओपन बुक पद्धति से जून 2021 में आयोजित की जाएगी। जिसमें परीक्षार्थी अपने निवास में ही रहकर परीक्षा (Online Exam 2021) देंगे तथा निकट के निर्धारित संग्रहण केंद्र में उत्तर पुस्तिका जमा करेंगे।
आपको बता दे कि सभी कॉलेज परीक्षाएं (Exam 2021) मई-जून में आयोजित की जाएगी। इसके साथ ही गृह विभाग(Home department) , स्वास्थ्य विभाग मध्यप्रदेश शासन (MP government) द्वारा कोविड-19 के संबंध में जारी निर्देशों का पालन करते हुए सभी महाविद्यालयों (College) को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
बता दे कि स्नातक एवं स्नातकोत्तर के लगभग 18 लाख विद्यार्थी इन परीक्षाओं में सम्मिलित होंगे। स्नातक अंतिम वर्ष के 4.30 लाख एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर के 1.72 लाख परीक्षार्थी प्रदेश के 8 विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित परीक्षाओं में शामिल होंगे। स्नातक प्रथम वर्ष में 5.33 लाख एवं स्नातक द्वितीय वर्ष में 5.25 लाख, स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर के 1.35 लाख परीक्षार्थी प्रदेश के 8 विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित परीक्षाओं में शामिल होंगे।