सिंध नदी के किनारे बसे गांवों में पहुंचे प्रभारी मंत्री, बोले चिंता नहीं करना, सरकार आपके साथ है

ग्वालियर, अतुल सक्सेना। मध्यप्रदेश के जल संसाधन एवं ग्वालियर के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट (tulsiram silawat) रविवार को ग्वालियर जिले के डबरा विकासखंड में सिंध नदी (sindh river) के किनारे बसे झंडा का डेरा सहित अन्य बाढ़ प्रभावित गांवों में पहुंचे। श्री सिलावट ने पूरी हमदर्दी के साथ बाढ़ प्रभावित परिवारों की दुःख-तकलीफ सुनीं, साथ ही सभी बाढ़ प्रभावित परिवारों को भरोसा भी दिलाया कि आप-सब चिंता न करें मकान, मवेशी, फसल व अनाज सहित बाढ़ से अन्य जो भी नुकसान हुए हैं उनकी भरपाई करने की सरकार पुरजोर कोशिश करेगी। प्रभारी मंत्री के साथ पूर्व मंत्री इमरती देवी भी मौजूद थी।

प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट को पता चला था कि डबरा विकास खण्ड की ग्राम पंचायत से जुड़े झंडा का डेरा, इमली का डेरा व बैजनाथ का डेरा इत्यादि मजरों ने सबसे ज्यादा बाढ़ का कहर झेला है। इसलिये जब स्थानीय नोन नदी पर बने रपटे पर पानी ओवर फ्लो होने की वजह से उनकी गाड़ी नहीं निकल पाई तब वे नहर के किनारे-किनारे बने कीचड़ भरे कठिन रास्ते से सफर तय कर इन बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों के बीच पहुंचे। मंत्री श्री सिलावट ने झंडा का डेरा में बाढ़ के कहर से धराशायी हुए कच्चे-पक्के मकान, खराब हो चुके अनाज और लोगों की सम्पत्ति को हुए नुकसान को घर-घर जाकर देखा और लोगों को ढांढस बंधाया।


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....