ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर (Gwalior) की सड़कों के गड्ढों को भरने के लिए 10 दिन का अल्टीमेटम देने वाले ग्वालियर के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट (Tulsiram Silawat) का बदला और नरम रुख देखकर सियासत गरमा गई है। कांग्रेस (Congress) ने तंज कसा है कि कहीं प्रभारी मंत्री को ग्वालियर की सड़कों ने झटका तो नहीं दे दिया।
ग्वालियर जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट आज रविवार को ग्वालियर के दौरे पर आये उन्होंने सुबह से शाम तक कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने शहर की बदहाल सड़कों निरीक्षण भी किया। प्रभारी मंत्री ने गोला का मंदिर, स्टेशन रोड, मेला रोड, गांधी रोड, पड़ाव से मोतीमहल रोड, फूलबाग चौराहे से सेवानगर रोड सहित शहर की अन्य सड़कों का जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान प्रभारी मंत्री ने एक जगह रुककर पेचवर्क के लिए इस्तेमाल हो रहे मटेरियल को हाथ से उठाकर देखा, उनकी गाड़ी सड़क के गड्ढों में हिचकोले लेकर चली। बाद में प्रभारी मंत्री ने निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि बरसात से खराब हुईं शहर की सभी सड़कों की मरम्मत युद्धस्तर पर कराएँ। शहर की कोई भी सड़क मरम्मत से छूटनी नहीं चाहिए। सड़कों की मरम्मत में गुणवत्ता के साथ कोई समझौता न हो।
दरअसल नगर निगम आयुक्त आशीष तिवारी ने प्रभारी मंत्री को जानकारी दी कि हाल ही में हुई बरसात की वजह से सड़क मरम्मत कार्य में बाधा आई है। बरसात थमते ही सड़क मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि शहर की समस्त सड़कों की मरम्मत करने के लिये समयबद्ध कार्ययोजना बनाकर उस पर अमल किया जा रहा है। सड़क मरम्मत कार्य से जुड़े अधिकारी-कर्मचारियों को साफतौर पर ताकीद किया गया है कि सड़क पेचवर्क कार्य में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। साथ ही तेजी के साथ पेचवर्क का काम पूर्ण किया जाए।
गौरतलब है कि प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने अपने पिछले दौरे पर 26 अगस्त को निर्देश दिए थे कि शहर की बदहाल सड़कें और गड्ढों को 10 दिन में भरने का अल्टीमेटम दिया था लेकिन आज रविवार को जब प्रभारी मंत्री 17 दिन बाद आये तो उनके निर्देश का पालन नहीं हुआ अभी भी बहुत से सड़कें ऐसी हैं जहाँ पेच वर्क नहीं हुआ है बावजूद इसके प्रभारी मंत्री ने ना कसी को फटकार लगाई ना एक्शन लिया।
प्रभारी मंत्री के नरम रुख पर कांग्रेस ने तंज कसा है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा है कि ग्वालियर ने देखा कि कितने प्रभावशाली है ग्वालियर के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट, 10 दिन में 66 वार्ड की सभी सड़कें ठीक कराने की हिदायत दी थी पिछले दौरे पर। लेकिन आज का रुख देखकर साफ पता चलता है कि सिंधिया जी के मंत्रियों की योग्यता चाटुकारिता है और अब तो अधिकारियों के पास भी दिल्ली का सीधा संपर्क होने की वजह से प्रभावशाली नहीं बचे प्रभारी मंत्री। घोषणा वीर मुख्यमंत्री के मंत्रियों से धरातल पर क्या अपेक्षा ? प्रभारी मंत्री के पास महल का प्रभार इस कारण सारा प्रशासनिक अमला जनकल्याण का कार्य छोड़कर महल के सुंदरीकरण मैं व्यस्त। उन्होंने कहा कि प्रभारी मंत्री का आज का नरम रुख देखकर लगता है कि ग्वालियर की सड़कों के गड्ढों ने कहीं उन्हें ही तो झटका नहीं दे दिया।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....