लखनऊ, डेस्क रिपोर्ट। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) के सुसाइड नोट (suicide note) मे उनकी आत्महत्या (suicide) के कारण पर बड़ा खुलासा हुआ है। इस पत्र में सीधे तौर पर उन्होंने आनंद गिरी (anand giri) को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए ब्लैकमेल (blackmail) करने की बात कही है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के लेटर हेड (letter head) पर लिखे गए महेंद्र नरेंद्र गिरी (mahant narendar giri) के सुसाइड नोट में उनकी आत्महत्या (suicide) के कारण का पता चलता है। महंत ने लिखा है कि मुझे पता चला है कि आनंद गिरि किसी लड़की के साथ मेरी फोटो जोड़ कर मुझे बदनाम करना चाहता है। मैं सम्मान के साथ दिया हूं।
अब ऐसी जिंदगी कैसे जी पाऊंगा। उन्होंने अपनी मौत के लिए आनंदगिरी सहित अयोध्या प्रसाद तिवारी और संदीप तिवारी को बताया है और प्रयागराज के पुलिस और प्रशासन से इनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी की है। उन्होंने इन लोगों को अपनी हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है ताकि उनकी आत्मा को शांति मिल सके।
इस पत्र में महंत नरेंद्र गिरि ने यह भी लिखा है कि वे 13 सितंबर को ही आत्महत्या करना चाहते थे लेकिन हिम्मत नहीं हुई और उन्होंने अपना इरादा बदल दिया। पत्र में नरेंद्र गिरी ने यह भी लिखा है कि मैं आज आनंद गिरी के कारण भी विचलित हो गया हूं। हरिद्वार से ऐसी सूचना मिली है कि आनंद गिरि के माध्यम से एक लड़की के साथ मेरी फोटो कंप्यूटर से जोड़कर वायरल की जायेगी।
यहां क्लिक कर देखिये महंत गिरी ने अपने सुसाइड नोट में क्या लिखा है –
https://mpbreakingnews.in/wp-content/uploads/2021/09/mpbreaking19358037.pdf