नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद राहुल गाँधी द्वारा इस्तीफ़ा देने के बाद से ही संकट से जूझ रही कांग्रेस को आज नया अध्यक्ष मिल सकता है| कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर लंबे समय से चला आ रहा सस्पेंस आज ख़त्म हो सकता है| नए अध्यक्ष की दौड़ में कई नाम चर्चा में है लेकिन अभी तक एक भी ऐसा नाम सामने नहीं आया है जिस पर सब एकमत हों| आज होने वाली बैठक में कांग्रेस अपना नया अध्यक्ष चुन लेगी या फिर आगे कितना और इन्तजार करना होगा इसका फैसला हो जायेगा| करीब दो दशक बाद कांग्रेस की कमान गांधी परिवार के हाथ से छूटेगी। बता दें कि लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसकी जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था|
पार्टी के नए अध्यक्ष को लेकर मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खड़गे, अशोक गहलोत, सुशील कुमार शिंदे सहित कई वरिष्ठ नेताओं के नामों की चर्चा है। हालांकि, इन दिग्गजों के रहते हुए भी पार्टी अब तक नया अध्यक्ष नहीं खोज पाई है। युवा दावेदारों की बात करें तो इनमें राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का नाम है वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अनुच्छेद 370 पर पार्टी लाइन से हटकर मोदी सरकार के फैसले का समर्थन किया है, हालांकि उनका नाम अब भी अध्यक्ष पद के दौड़ में आगे है| इस बैठक से पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का नाम भी चर्चा में आया है| एआईसीसी सदस्य अखंड प्रताप सिंह ने कमलनाथ को कमान सौंपने का सुझाव दिया है|
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नए अध्यक्ष के चयन के फैसले को लेकर सीडब्ल्यसी की बैठक में व्यापक विचार-विमर्श होगा और चयन के लिए कोई व्यवस्था बनाई जाएगी। सीडब्ल्यूसी की बैठक से एक दिन पहले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने शुक्रवार को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) प्रमुख सोनिया गांधी से मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक अहमद पटेल, एके एंटनी और केसी वेणुगोपाल सोनिया गांधी से मिले। माना जा रहा है कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष के लिए कुछ नामों पर चर्चा की है। आज होने वाली बैठक को लेकर संकेत यह भी है कि चार से छह नेताओं का एक विशेष पैनल बनाने का फैसला लिया जा सकता है। पैनल को अगले छह-आठ महीने में संगठन चुनाव कराने की रूपरेखा तय करने का जिम्मा सौंपा जा सकता है।
कांग्रेस कार्यसमिति की शनिवार को बैठक पार्टी के नए अध्यक्ष का फैसला करने के लिए ही विशेष रूप से बुलाई गई है। इसलिए पार्टी संविधान के अनुसार कार्यसमिति सबसे पहले राहुल गांधी का इस्तीफा स्वीकार करेगी और इसके बाद नए अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। सूत्रों के अनुसार, पार्टी में व्यापक अंदरूनी राय यही है कि नए पूर्णकालिक अध्यक्ष पर कोई फैसला नहीं हो पाता है तो कार्यसमिति को अस्थायी या अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त कर देना चाहिए। पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष की बात करें तो इस रेस में फिलहाल पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। हालंकि, वरिष्ठ नेताओं में मल्लिकार्जुन खड़गे के अलावा पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा के नाम भी संभावितों में हैं। ये सभी नेता अनुसूचित जाति से हैं। अब देखना होगा पार्टी अपना नेता चुनती है यह या प्रक्रिया के कारण यह फैसला आगे बढ़ता है|