ग्वालियर। नागरिकता संशोधन कानून CAA का पूरे देश में जारी विरोध का असर प्रदेश में भी दिखाई देने लगा है। जिसे देखते हुए अन्य जिलों की तरह ग्वालियर में भी धारा 144 प्रभावी कर दी गई है। उधर वामदलों ने धारा 144 की परवाह किये बिना फूलबाग पर प्रदर्शन किया और संविधान की शपथ ली। सभी ने एक स्वर में नागरिकता संशोधन कानून को काला कानून बताते हुए इसे वापस लेने की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा।
पूरे देश की तरह ग्वालियर में भी वामदलों ने आज प्रदर्शन किया और नागरिकता संशोधन कानून का विरोध किया। फूलबाग चौराहे पर वामदल कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। पूर्व विधायक डॉ सुनीलम के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ जमकर आक्रोश जताया गया। डॉ सुनीलम ने मीडिया से बात करते हुए CAA और NRC को संविधान की आत्मा पर हमला’बताया और कहा कि आज संविधान पर संकट आ खड़ा हुआ है। संविधान को बचाने की जरूरत है। संविधान की मूल भावना है, कि किसी भी नागरिक के साथ जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं होगा, लेकिन इसके ठीक उलटा किया जा रहा है। जिन लोगों को अपने देश के संविधान से प्यार नहीं है।वे ही ऐसे काले कानून का समर्थन कर रहे हैं। विरोध प्रदर्शन के बाद वामदल कार्यकर्ताओं ने फूलबाग से मोती महल तक जुलूस निकालने की तैयारी की। खबर लगते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी फूलबाग पहुंच गए। एसडीएम ने जिले में धारा 144 प्रभावी होने का हवाला देकर जुलूस नहीं निकालने की हिदायत दी इसी बीच माकपा नेता अखिलेश यादव ने कहा कि हमारा कार्यक्रम नहीं बदलेगा आप हमें गिरफ्तार कर सकते हैं । थोड़ी देर तक माहौल में गर्मी रही फिर प्रदर्शन में शामिल सभी वरिष्ठ सदस्यों की सहमति के बाद जुलूस रद्द कर दिया गया और सभी ने फूलबाग चौराहे पर गांधी उद्यान के गेट पर संविधान की शपथ ली और एसडीएम प्रदीप तिवारी को एक ज्ञापन सौंपकर कार्यक्रम समाप्त कर दिया।