भोपाल।
एमपी में सरकार बनाने और हाल ही में झाबुआ उपचुनाव की जीत से गदगद हुई कांग्रेस अब एक्शन मोड में आ गई है और लगातार अपने संगठन को मजबूत करने में जुट गई है।इसके लिए कांग्रेस ने एक बड़ा प्लान तैयार किया है। खबर है कि अब कांग्रेस बीजेपी और संघ की राह पर चलने की तैयारी कर रही है। इसके तहत कांग्रेस भी अपने पार्टी के लोगों को बीजेपी-संघ की तर्ज पर ट्रेनिंग देगी ।इतना ही नही प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर भी ज्यादा से ज्यादा जोर दिया जाएगा, जिसमें युवाओं को ज्यादा से ज्यादा जोड़कर उन्हें कांग्रेस की नीतियों और उपलब्धियों के बारे में अवगत करवाया जाएगा।खास करके इस काम के लिए पुराने और अनुभवी नेताओं को एकजुट किया जाएगा, ताकी वे पार्टी के इतिहास का बखान कर सके।कांग्रेस की इस रणनीति के बाद बीजेपी में हलचल तेज हो गई है।
दरअसल, इन दिनों कांग्रेस पूरे देश में मैदानी कार्यकर्ताओं के संकट से जूझ रही है। कांग्रेस के पास बड़े नेताओं की तो भरमार है, लेकिन जमीनी कार्यकर्ता नदारद हैं।जो कही ना कही कांग्रेस की जीत में बड़ा रोड़ा साबित होती है। इसी के चलते कांग्रेस ने पुराने और सीनियर नेताओं के जरिए युवाओं को कांग्रेस की विचारधारा से जोड़ने का प्लान तैयार किया है।इसके लिए कांग्रेस ने हाल ही में उज्जैन के मुंजाखेड़ी मे ट्रेनिंग कार्यक्रम आयोजित किया था। पूरे हफ्ते चले कांग्रेस के इस गोपनीय ट्रेनिंग कार्यक्रम में पार्टी से जुड़ने वाले युवाओं को संगठन की बारीकियां समझाने के साथ ही भारतीय संविधान, कांग्रेस के इतिहास और पार्टी अनुशासन का पाठ पढ़ाया गया।
एआईसीसी के इस ट्रेनिंग कार्यक्रम में मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों के युवाओं को बुलाया गया था। इस कार्यक्रम के बाद कांग्रेस पार्टी ने तय किया है कि इस तरह के ट्रेनिंग कार्यक्रमों की संख्या को बढ़ाया जाएगा। देशभर के युवाओं को कांग्रेस की विचारधारा बताने के लिए प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में इस तरह के आयोजन किए जाएंगे।कांग्रेस को पूरी उम्मीद है कि यह प्रयोग सफल होगा और आने वाले चुनावों में इसका पार्टी को पूरा लाभ मिलेगा। वही कांग्रेस एक नए संगठन और मजबूती के साथ उभरेगी।