बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधा है। दरअसल दो दिन पहले कमलनाथ ने आरएसएस की उस कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े किए थे जिसमें आरएसएस आने वाली जनगणना में आदिवासियों को हिंदुओं के रूप में दर्ज कराने के लिए अभियान चलाने की बात कर रहा है। कमलनाथ ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के इस बयान को आदिवासी अस्मिता पर हमला बोलने वाला बयान बताते हुए ऐसा करने पर आरएसएस के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी।
Continue Reading
सोमवार को उज्जैन पहुंचे विजयवर्गीय ने कमलनाथ के इस बयान को बेहद जहरीला बताया कि ऐसा करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।कैलाश ने कहा कि अधिकारियों पर कमलनाथ कार्रवाई करके तो देखें, मुख्यमंत्री नहीं रह पाएंगे। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यह बयान समाज को बांटने वाला बयान है। पहले कांग्रेस ने हिंदू मुसलमान को अलग किया और अब आदिवासियों को हिन्दुओ से बांटने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस की यह कोशिश सिर्फ वोट की राजनीति है। इतिहास बताता है कि आदिवासी हमेशा हिंदू समाज के ही रहे हैं। उन्होंने केवट और निषादराज के राम से जुड़े रहने का उदाहरण दिया। कैलाश ने कहा कि सबकुछ चर्च के इशारे पर आदिवासी समाज को हिंदू समाज से अलग करने का प्रयास है। कांग्रेस का ही खेल कांग्रेस को ही महंगा पड़ेगा। जनगणना करना केन्द्र सरकार का काम है।