मध्यप्रदेश की पूर्व कांग्रेस सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे तुलसी सिलावट ने इंदौर में आज कोरोना के खिलाफ सयुंक्त रूप से सभी को मिलकर लड़ने की अपील की। सिंधिया समर्थक पूर्व मंत्री तुलसी सिलावट ने आज इंदौर में कोरोना से जंग लड़ रहे कर्मवीर डॉक्टर्स से माफी मांगी जिन पर बुधवार को शहर के टाटपट्टी बाखल में असमाजिक तत्वों ने हमला बोल दिया था। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी नेता सिलावट ने कहा कि इंदौर में जो हुआ उसकी मैं कड़ी भर्त्सना करते हुए धरती पर भगवान के रूप डॉक्टर्स से माफी मांगता हूं।
दरअसल, डॉक्टर्स पर हुए हमले से नाराज सिलावट ने शहरवासियों से अपील की है कि सभी को मिलकर कोरोना को हराना है और इसके लिए सभी डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ सहित सभी कोरोना वारियर्स का सहयोग करना चाहिए। इंदौर कलेक्टर के साथ जनप्रतिनिधियों की बैठक में शामिल हुए पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने उन निजी अस्पतालों पर निशाना साधा है जो संकट की इस घड़ी में आम आदमी का इलाज नही कर रहे है और उन्हें कोरोना का संदिग्ध मानकर इलाज के लिए शासकीय अस्पतालों में भेज रहे है। सिलावट ने कहा कि मेरी बात इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह से हुई है और उनसे मैंने कहा कि जो निजी अस्पताल आपात स्थिति में सहयोग नही कर रहे है उन पर शिकंजा कसा जाए क्योंकि कोरोना वायरस के नाम निजी अस्पतालों का फीडबैक ठीक नही आ रहा है। इधर, सिलावट ने ये भी कहा कि परसो उनकी बात प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान से हुई थी और मैंने उनसे कहा था कि शहर में लॉक डाउन का पालन सख्ती से करवाया जाए और साथ शहर की सभी सीमाओ को सील कर, अर्धसैनिक बल को भी लगाया जाए। वही उन्होंने सीएम से केंद्र सरकार के 50 लाख की बीमा राशि के अलावा राज्य सरकार द्वारा अतिरिक्त 50 लाख रुपए के इंश्योरेंस की बात कर प्रभावितो को 2 लाख रुपए की राशि की बात भी की है। इसके साथ ही कोरोना वारियर्स की सुरक्षा को लेकर भी उनकी बात मुख्यमंत्री से हुई है। इंदौर में सिलावट ने ये भी कहा कि पूरा देश कोरोना से लड़ रहा है ऐसे में हमे कोरोना से जीतना है तो सयुंक्त रूप से लड़ना होगा।