दमोह।गणेश अग्रवाल।
दो दिन पहले तक ग्रीन जोन में रहने वाले दमोह जिले में एक कोरोना पाजेटिव मरीज मिलने ले बाद इलाका आरेंज जोन में है तो इस बीच पहले पाजेटिव मरीज ने अपना एल वीडियो जारी करके सनसनी फैला दी है। मरीज युवक ने साफ कहा है कि वो अपने मामा के साथ अपने गावँ तक गया लेकिन उसे किसी ने रोका नहीं। मरीज के मुताबिक वो मुंबई में मजदूरी करता है और एक बस के जरिये वो सागर जिले के गढ़ाकोटा तक आया और अपने मामा के यहां चला गया।
मरीज अपने मामा के साथ बाइक से दमोह जिले ले सर्रा गावँ आया।लेकिन उसे किसी ने रोका नहीं। लेकिन इसे शक था कि वो कोरोना से पीड़ित है लिहाजा वो खुद चेकअप कराने गया और स्वास्थ्य बिभाग की टीम ने सिम्टम्स ले आधार पर उसे कोरेन्टीन कर दिया। उसका सेम्पल लिया गया और जाँच रिपोर्ट आने के पहले हो 14 तारीख को उसे सेंटर से जाने दिया गया लेकिन शाम को उसकी पाजेटिव रिपोर्ट आ गई तो हड़कंप मच गया। पीड़ित का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की वजह से उसका परिवार और गावँ भी आफत में आ गया है। कोरोना पीड़ित ला वीडियो सामने आने के बाद इलाके में हड़कंप मचा है तो मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी का कहना है आरोप बेबुनियाद हैं।
जिले की सीमा में आने से पहले चेकपोस्ट से होकर लोगों को गुजरना पड़ता है जहां हर आने वाले लोगों की जाँच की जा रही है। CMHO डॉ तुलसा ठाकुर बताती है की हो सकता है किसी चोर रास्ते के जरिये पीड़ित गावँ तक गया हो लेकिन जैसे ही वो अपना मेडिकल चेपक कराने गया उसे कोरेन्टीन कर दिया गया था। खुद जिले की सबसे बड़ी स्वास्थ्य अधिकारी ये मान रही हैं कि सम्बंधित पीडित की फायनल रिपोर्ट आने से पहले ही 14 तारीख को उसे घर जाने दिया गया और शाम होते उसकी रिपोर्ट पाजेटिव आ गई। अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है तो इलाके में दहशत का माहौल है और इस बीच अधिकारी जांच की दलील दी रही हैं।