कमलनाथ ने अधिकारियों को दी चेतावनी, नरोत्तम मिश्रा बोले- इनके पास अब यही बचा है

नरोत्तम मिश्रा

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पूर्व सीएम और पीसीसी चीफ कमलनाथ (Kamal Nath) के अधिकारियों को सरेआम खुली चेतावनी देने पर प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने पलटवार किया है। मिश्रा का कहना है कि कमलनाथ जी के पास अब यही बचा है, बाकी तो कुछ बचा नहीं, ध्यान रखें कि इन धमकियों से कोई प्रभावित होने वाला नही है,जो सही काम कर रहे हैं वह सही काम करते रहें। वहीं कांग्रेस के प्रत्याशियों को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जब पूरी सूची आएगी तो एक दर्जन से ज्यादा बाहर के दल से आए हुए लोग होंगे।

दरअसल, रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इंदौर की सांवेर विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे, यहां उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि भाजपा के समर्थन में काम कर रहे पुलिस और प्रशासन के अधिकारी इस बात का ध्यान रखें कि उपचुनाव के नतीजों के बाद सरकार कुछ और होगी। उन्होंने कहा आईजी हो या डीआईजी हो, अपनी वर्दी की इज्जत करिए नहीं तो इस उपचुनाव के बाद आप की वर्दी कहां जाएगी आप खुद समझ कर रखिएगा। भाजपा का बिल्ला जेब में रखकर मत घूमिए।अपनी वर्दी की इज्जत करिएगा, एक चुनाव बाद वर्दी कहाँ जाएगी पता नही चलेगा इसलिए अधिकारी सुन ले भाजपा का बिल्ला अपनी जेब मे मत रखना।इस पर नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार करते हुए कहा है कि कमलनाथ जी के पास अब यही बचा है, बाकी तो कुछ बचा नहीं, ध्यान रखें कि इन धमकियों से कोई प्रभावित होने वाला नही है,जो सही काम कर रहे हैं वह सही काम करते रहें।मिश्रा ने आगे कहा कि कमलनाथ के समय ऐसा होता रहा है, थानों की बोलियां लगती रही, एसडीएम टीआई के ऑफिस नीलाम होते थे वही भ्रम में बोल गए।


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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)