प्रतिष्ठित “वागीश्वरी पुरस्कार” की घोषणा, पल्लवी त्रिवेदी, हेमंत देवलेकर सहित कई साहित्यकार होंगे सम्मानित

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। म.प्र.हिंदी साहित्य सम्मेलन के प्रतिष्ठित वागीश्वरी पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। वर्ष 2019 के कविता विधा में पल्लवी त्रिवेदी को उनके काव्य संग्रह
“तुम जहां भी हो” सहित तीन और काव्य संकलनों का चयन किया गया है।

साहित्य के क्षेत्र में प्रदेश का सबसे प्रतिष्ठित गैर-सरकारी वागीश्वरी-पुरस्कार कविता विधा में हेमन्त देवलेकर को उनके काव्य संग्रह “गुलमकई,” ज्योति देशमुख को उनके काव्य संग्रह “प्रेम की वर्तनी,” विवेक चतुर्वेदी को उनके काव्य संग्रह “स्त्रियाँ घर लौटती हैं” एवं पल्लवी त्रिवेदी को उनके काव्य संग्रह “तुम जहां भी हो” के लिए प्रदान किये जायेंगे। वहीं कहानी विधा में अमिता नीरव को उनके कथा संग्रह “तुम जो बहती नदी हो,” कविता वर्मा को उनके कथा संग्रह “कछु अकथ कहानी” का चयन किया गया है। उपन्यास विधा के लिए वागीश्वरी पुरस्कार अनघा जोगलेकर को उनकी कृति “अश्वत्थामा यातना का अमरत्व” एवं पंकज कौरव को “प्यार की टेढ़ी नज़र” के लिए प्रदान किए जाएंगे। कथेतर गद्य के लिए सोनल शर्मा को उनकी किताब “कोशिशों की डायरी,” आशीष दशोत्तर को व्यंग्य संग्रह “मोरे अवगुन चित में धरो” के लिए प्रदान किए जाएंगे। गीत विधा का वागीश्वरी पुरस्कार इस वर्ष डॉ मौसमी परिहार को उनके नवगीत संग्रह “मन भर उड़ान” के लिये प्रदान किया जाएगा। मध्यप्रदेश हिन्दी साहित्य सम्मेलन की तरफ से आज इन पुरस्कारों की घोषणा की गई।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।