MP Byelection 2020: एपिसेंटर में 95 बूथ संवेदनशील घोषित, स्टैडिंग कमेटी की बैठक हुई संपन्न

MP Byelection 2020 95 booths declared sensitive in Epicenter

इंदौर,आकाश धोलपुरे। मध्यप्रदेश उपचुनाव (MP Byelection 2020) की सबसे प्रतिष्ठापूर्ण सीट सांवेर (sanwer) को लेकर प्रदेशभर में चर्चा जोरों पर है और यही जुबानी जंग की राजनीतिक मर्यादाये टूटती भी नजर आ रही है। दरअसल, यहां सिंधिया समर्थक तुलसी सिलावट (tulsi silawat) और दिग्गज नेता प्रेमचंद गुड्डू (premchand guddu) आमने सामने है। लिहाजा, राजनीतिक छींटाकशी की कोई कसर दोनों ही प्रमुख दल बीजेपी और कांग्रेस के नेता नही छोड़ रहे है।

ऐसे में अब चुनाव निष्पक्ष (fair election) और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराए जाए, ये एक बड़ी चुनौती इंदौर (indore) में जिला प्रशासन के लिए है। इसी को ध्यान में रखते हुए नामांकन (nomination) के आखरी दिन जिला प्रशासन ने निर्वाचन संबंधी एक बैठक ली, जिसमें राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों सहित निर्वाचन (Election) से जुड़े अधिकारी शामिल थे।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।