Automobile News: टोयोटा ने ऑटोमोबाइल मार्केट नई क्रांति की शुरुआत कर दी है। कंपनी ने दुनिया की पहली BS 6 (स्टेज II) इलेक्ट्रिफाइड फ्लेक्स कार से पर्दा हटा दिया है। नई Toyota Innova Hycross जल्द ही भारत के सड़कों पर दौड़ती नजर आएगी। नई एमपीवी पेट्रोल या डीजल पर नहीं बल्कि 40% Bio-Ethanol और 60% इलेक्ट्रिफाइड फ्लेक्स फ्यूल से चलेगी।

समझें फ्लेक्स फ्यूल का कॉन्सेप्ट
फ्लेक्स फ्यूल का कॉन्सेप्ट काफी पुराना है। वर्ष 1994 में आई फोर्ड टॉरस में फ्लेक्स फ्यूल का इस्तेमाल किया गया था। देश में दिन-प्रतिदिन पेट्रोल और डीजल महंगा होता जा रहा है, साथ ही ऐसे वाहन पर्यावरण के लिए भी खतरा माने जाते हैं। लेकिन फ्लेक्स फ्यूल पर आधारित वाहन धरती पर बढ़ रहे प्रदूषण से राहत दिला सकते हैं। बता दें कि फ्लेक्स फ्यूल उन्हें कहा जाता, जिनका निर्माण खेतों में होता है। गन्ने के जून या मक्के से भी एथेनॉल को बनाया जा सकता है। इस ईंधन को शुगर और स्टार्च फर्मेंटेशन की प्रक्रिया के जरिए बनाया जाता है, जो पेट्रोल की तुलना में ज्यादा बजट फ़्रेंडली होता है। एथेनॉल की कीमत करीब 60 रुपये प्रति लीटर है।
कार की खासियत
नई टोयोटा इनोवा हायक्रॉस अपने आप में ही खास है। यह 15-20 kmpl का माइलेज देती है। यह माइनस 15 डिग्री टेम्परचर में भी चल सकती है। इसका इंजन 181bhp पावर जनरेट करने में सक्षम है। साथ ही एमपीवी खुद इलेक्ट्रिक पावर जनरेट करने में सक्षम है, जिसकी मदद से इसे ईवी मोड में भी चलाया जा सकता है। भारत स्टेज 6 का पालन करने वाली कार में लिथियम आयन बैटरी पैक मिलता है। रिपोर्ट के मुताबिक यह 30-50% फ्यूल एफिसिएंसी देता है।