संविधान की बात करने निकला हूं, सड़क पर रहूंगा या जेल में!

भोपाल। दलित नेता चंद्रशेखर आजाद रावण का कहना है कि वे संविधान बचाने के लिए निकले हैं। इसे अगर सरकारें गलत करार देती हैं, तो देती रहें, लेकिन लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि वे किसी दबाव या सजा से डरने वाले नहीं, या तो सड़क पर रहकर संविधान रक्षा की लड़ाई लड़ते रहेंगे या फिर सरकारों की दोगलाई का खामियाजा जेल में रहकर चुकाएंगे। चंद्रशेखर का मानना है कि भाजपा एक दोगली पार्टी है, बार-बार बयान बदलकर उसने साबित कर दिया है कि कानून संशोधन के नाम पर उसके दिल में कोई छिपी हुई मंशा है।

देशभर में संविधान बचाने के लिए सभाएं कर रहे चंद्रशेखर आजाद रावण मंगलवार को राजधानी में थे। इकबाल मैदान सत्याग्रह को समर्थन देने के लिए यहां पहुंचे रावण ने सभा से पहले मीडिया से खास चर्चा में कहा कि हम सबको जोड़कर, सबके साथ रहकर और सबके हित की बात करते हुए काम करना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने पहली लड़ाई भाजपा और केन्द्र सरकार के बनाए जाने वाले काले कानून के खिलाफ छेड़ी है। आजाद का कहना है कि उनकी लड़ाई भाजपा और उसके छिपे इरादों से है। वे यह कहने से भी नहीं चूकते कि यह लड़ाई आम जनता की है, आम इंसान के अधिकार और उसकी सुविधाओं की है, इसके लिए अगर उन्हें दूसरी सियासी पार्टियों के खिलाफ भी होना पड़ेगा तो वे इसके लिए तैयार हैं। एक सवाल के जवाब में आजाद ने कहा कि जल्दी ही एक नई सियासी पार्टी इस देश के माहौल में दस्तक दे सकती है। इस पार्टी का काम सभी को इंसाफ दिलाना और सबके भले के लिए काम करना होगा।


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न्यूज डेस्क, Mp Breaking News

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