MP Breaking News

Welcome

Fri, Dec 5, 2025

MP में स्कूल-कॉलेज खुलने से पहले शिक्षकों को लेकर बड़ा फैसला, निर्देश जारी

Written by:Pooja Khodani
MP में स्कूल-कॉलेज खुलने से पहले शिक्षकों को लेकर बड़ा फैसला, निर्देश जारी

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 50% की क्षमता के साथ 11वीं-12वीं के स्कूल (MP School Reopen) 26 जुलाई, 9वीं-10वीं की कक्षाएं 5 अगस्त और 1 अगस्त से कॉलेजों (MP College Reopen) खुलने जा रहे है। इसके पहले राज्य सरकार (MP Government) ने बड़ा फैसला लिया है, इसके तहत 26 जुलाई से 31 जुलाई तक शिक्षकों के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा।वही वैक्सीन नहीं लगवाने वाले शिक्षक बच्चों को नहीं पढ़ा सकेंगे। इस संबंध में मुख्य सचिव ने आदेश जारी किया है।

यह भी पढ़े.. PMGKY: 7 अगस्त को MP में मनाया जाएगा अन्न उत्सव, पीएम मोदी करेंगे शुभारंभ

दरअसल, मध्य प्रदेश में उच्च शिक्षा (Higher Education Department) एवं स्कूल शिक्षा विभाग (school education department) के अन्तर्गत आने वाले सभी महाविद्यालयों एवं विद्यालयों (Student) में कार्यरत शिक्षकों (Teachers) और कर्मचारियों का कोविड-19 टीकाकरण एक अभियान के रूप में किया जायेगा। इसके लिये मुख्य सचिव  इकबाल सिंह बैंस ने सभी कलेक्टर्स (Collectors) और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया है कि 26 से 31 जुलाई में यह अभियान संचालित किया जाए।

किसान सम्मान निधि: 9वीं किश्त से पहले 27 लाख किसानों के खाते में ट्रांजैक्शन फेल, ये है कारण

टीकाकरण अभियान का आयोजन जिला मुख्यालय एवं विकासखंडों में सुविधा युक्त महाविद्यालयों का चयन कर नियत तिथि में सुबह 9 से शाम 5 बजे तक किया जायेगा। इसमें आदिम जाति कल्याण विभाग के विद्यालय सहित सभी शासकीय और अशासकीय महाविद्यालयों एवं विद्यालयों के शिक्षकों एवं कर्मचारियों को कोविड-19 टीके के प्रथम और द्वितीय डोज़ लगाया जाना सुनिश्चित किया जाएगा। सभी शिक्षा संस्थानों से समन्वय स्थापित कर वर्कप्लेस कोविड-19 टीकाकरण सत्र हो। साथ ही इस अभियान के दौरान टीकाकरण केन्द्रों पर कोविड-19 अनुकूल व्यवहार का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिये गये हैं।

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि MP के उच्च शिक्षा संस्थानों के सभी प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों के लिए 26 जुलाई से विशेष टीकाकरण अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। महाविद्यालयों में प्रवेश के पूर्व आयोजित किये जा रहे इस अभियान को सभी मिलकर सफल बनायें। प्रदेश में महाविद्यालयों को खोले जाने के पूर्व सभी प्राध्यापकों और कर्मचारियों का टीकाकरण किया जा रहा है। इसके लिये 26 से 31 जुलाई के मध्य ‘वर्कप्लेस कोविड-19 टीकाकरण सत्र’ आयोजित जा रहा है।

कॉलेजों को निर्देश जारी

इस सिलसिले में उच्च शिक्षा विभाग ने टीकाकरण अभियान के लिए संस्थावार और तिथिवार योजनाबद्ध कार्यक्रम बनाने के लिए सभी शासकीय अग्रणी महाविद्यालयों के प्राचार्यों-शिक्षकों को निर्देश जारी किये हैं। जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के साथ मिलकर वे टीकाकरण कार्यक्रम तय करेंगे। इस अभियान में समस्त शासकीय और अशासकीय महाविद्यालयों के प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों को कोविड-19 का पहला या दूसरा टीका लगाया जायेगा। टीकाकरण के लिए चयनित संस्थाओं में सभी आवश्यक सुविधाएँ भी विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जायेंगी।

अलग से जारी होगी SOP

बता दे कि हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा था कि आगामी 26 जुलाई से स्कूलों में 11वीं एवं 12वीं की कक्षाएँ एवं छात्रावास आरंभ किये जायेंगे। कक्षा 9वीं एवं 10वीं की कक्षाएँ 5 अगस्त से प्रारंभ की जाएंगी।सभी स्कूल 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ प्रारंभ होंगे। जुलाई महीने में सप्ताह में 2 दिन तथा अगस्त माह में विद्यार्थी सप्ताह में 4 दिन विद्यालय आ सकेंगे। कक्षाएँ खोली जाने के संबंध में क्राइसिस मैनेजमेंट समूह स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार निर्णय ले सकेंगे। स्कूलों और छात्रावास में कोविड-19 अनुकूल व्यवहार अपनाने के लिये पृथक से SOP जारी की जा रही है।

1 सितंबर से कॉलेज का नया सत्र

वही मुख्यमंत्री ने कहा था कि कक्षा 12वीं के लिये कोचिंग सेन्टर 5 अगस्त से 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खुल सकेंगे। क्राइसिस मैनेजमेंट समूहऔर स्थानीय प्रशासन द्वारासतत् मॉनिटरिंग की जायेगी।सभी कोचिंग सेन्टर को कोविड-19 गाइड लाइन का पालन करना आवश्यक होगा।MP के महाविद्यालयों में 1 सितम्बर से नवीन शिक्षा सत्र आरंभ होगा। वर्तमान में ओपन बुक पद्धति से परीक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप महाविद्यालयों में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ ऑफलाइन कक्षाओं का संचालन किया जाएगा।

MP SCHOOL- कोरोना गाइडलाइन पालन करना अनिवार्य

  • किसी भी स्थिति में क्लास में 50% से ज्यादा बच्चे मौजूद नहीं रहेंगे।
  • इसके अलावा सप्ताह में एक दिन छोटे-छोटे ग्रुप में क्लास लगाई जाएगी।
  • बच्चों को स्कूल भेजने के लिए अभिभावकों की अनुमति अनिवार्य होगी।
  • सभी शिक्षक और कर्मचारी का 100% वैक्सीनेशन अनिवार्य होगा।
  • Vaccine नहीं लगवाने वाले शिक्षक बच्चों को नहीं पढ़ा सकेंगे।
  •  बच्चे तबीयत खराब होने पर उसे तत्काल अस्पताल ले जाया जाएगा।
  • अभिभावकों को सूचना देना अनिवार्य होगा।
  • शालाएँ सप्ताह में चार दिन लगेंगी।
  • कक्षा के 50 प्रतिशत विद्यार्थी पहले 2 दिन और शेष 50 प्रतिशत अगले दो दिन आएँ।
  • इस प्रकार एक सप्ताह में 4 दिन ही स्कूल लगेंगे।
  • कक्षा में एक कुर्सी छोड़कर बैठना, मास्क लगाना, सेनेटाइजर का उपयोग और कोरोना अनुकूल व्यवहार का शत-प्रतिशत पालन आवश्यक होगा।

यह भी पढ़े.. कांग्रेस में बड़ा फेरबदल- इन नेताओं को मिली प्रदेश अध्यक्ष-नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी