बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सरकार सतर्क हो गई है। गृह विभाग ने एक बार फिर सुरक्षा बढ़ाते हुए तीन नेताओं को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है। इनमें दरभंगा से बीजेपी सांसद गोपालजी ठाकुर, समस्तीपुर से लोजपा (रामविलास) की सांसद शांभवी चौधरी और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सह कुटुंबा विधायक राजेश कुमार शामिल हैं। चुनावी माहौल में सुरक्षा बढ़ाने का यह फैसला राजनीतिक चर्चाओं का विषय बन गया है।
तीन नेताओं को मिली वाई श्रेणी सुरक्षा
सूत्रों के अनुसार, हाल ही में हुई राज्य सुरक्षा समिति की बैठक में कई विशिष्ट व्यक्तियों की सुरक्षा वर्गीकरण पर चर्चा हुई। इसी बैठक में तीनों नेताओं की सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय लिया गया। गृह विभाग ने डीजीपी और विशेष शाखा को पत्र लिखकर वाई श्रेणी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इस श्रेणी में आठ सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाते हैं, जिनमें एक-दो कमांडो और बाकी पुलिस बल शामिल होते हैं।
पहले भी छह नेताओं की बढ़ाई गई थी सुरक्षा
गौरतलब है कि इसी महीने छह और नेताओं की सुरक्षा बढ़ाई गई थी। इनमें उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को जेड प्लस, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को जेड, सांसद पप्पू यादव, सांसद प्रदीप कुमार सिंह और विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू को वाई प्लस और जेडीयू के विधान पार्षद नीरज कुमार को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। यह निर्णय भी चुनावी तैयारियों को ध्यान में रखकर लिया गया था।
शांभवी चौधरी के विरोध के बाद बढ़ी सुरक्षा
22 अगस्त को दरभंगा के कुशेश्वरस्थान प्रखंड में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान शांभवी चौधरी को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा था। लोगों ने ‘शांभवी वापस जाओ’ और ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ लिखी तख्तियां दिखाईं। इस दौरान उनके पिता व जेडीयू मंत्री अशोक चौधरी मंच से ही नाराज हो गए और कहा, “मुझे आपका वोट नहीं चाहिए।” घटना के बाद उनकी सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया गया।





