प्रशांत किशोर, जो जन सुराज पार्टी के संस्थापक हैं, अपनी बिहार बदलाव यात्रा के तहत रविवार को सिवान पहुंचे। इस दौरान हजारों लोग उनके भाषण को सुनने के लिए इकट्ठा हुए। प्रशांत किशोर ने जनता के सामने कांग्रेस और बीजेपी दोनों पर जमकर हमला बोला।
बेरोजगारी पर जोर
एक सवाल के जवाब में प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में बेमतलब की यात्रा करने से कुछ नहीं होगा। बिहार को अब सिर्फ ऐसी यात्रा की जरूरत है जो बेरोजगारी को खत्म करने की दिशा में हो। उन्होंने कहा, “बिहार के युवा यह जानना चाहते हैं कि रोजगार कब मिलेगा और पलायन कब रुकेगा। वहीं कांग्रेस और बीजेपी सिर्फ एक-दूसरे की आलोचना कर रहे हैं। इससे जनता का भला नहीं होगा।’’
एमके स्टालिन के दौरे पर क्या कहा
प्रशांत किशोर ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बिहार दौरे पर भी अपनी राय दी। उन्होंने कहा, “तमिलनाडु के मुख्यमंत्री यदि बिहार आ रहे हैं तो इससे बिहार की स्थिति सुधरेगी यह सोचना गलत है। बिहार में बिहार की बात होनी चाहिए। चाहे तमिलनाडु के मुख्यमंत्री आएं या कर्नाटक के, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।’’
वोटर अधिकार यात्रा पर कड़ी प्रतिक्रिया
इंडिया गठबंधन की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ पर भी प्रशांत किशोर ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि बिहार में एक ही यात्रा की जरूरत है, और वह है ‘बेरोजगारी खत्म करने की यात्रा’। उन्होंने कहा, “बेमतलब की यात्रा करने से कोई फायदा नहीं होगा। लोग सिर्फ सुनते रहेंगे कि कांग्रेस पीएम मोदी की आलोचना कर रही है और पीएम मोदी कांग्रेस की। लेकिन असली मुद्दा बेरोजगारी और पलायन है, इसके बारे में कोई नहीं बोल रहा।’’
बिहार की असली समस्याएं
प्रशांत किशोर ने बिहार की असली समस्याओं को गिनाते हुए कहा कि यहाँ बेरोजगारी, पलायन, भ्रष्टाचार और चरमराई शिक्षा व्यवस्था सबसे बड़ी चुनौतियां हैं। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी और पीएम मोदी इन मुद्दों पर बात नहीं कर रहे हैं। सिर्फ एक-दूसरे की आलोचना हो रही है। लेकिन जनता अब बेवकूफ नहीं बनेगी।’’
जनता के लिए नया विकल्प
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है। लोग अपने बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा और रोजगार चाहते हैं। उन्होंने जनता से कहा कि इसके लिए उन्होंने एक नया विकल्प चुना है – जन सुराज पार्टी। उन्होंने विश्वास जताया कि जनता इस बार सोच-समझकर वोट देगी और बदलाव के लिए कदम उठाएगी।





