भोपाल, डेस्क रिपोर्ट मध्य प्रदेश (Madhya pradesh) में उपचुनाव (By-election) के नतीजे (results) के बाद जहां एक तरफ कांग्रेस (congress) पार्टी मंथन में लगी हुई है। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी (bjp) अपने कार्यकर्ताओं को और सक्षम बनाने की तैयारी में है। इसके लिए बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने की तैयारी में है। प्रशिक्षण शिविर में कार्यकर्ताओं को पार्टी की विचारधारा, संस्कृति, इतिहास एवं चुनाव प्रबंधन के बारे में जानकारी दी जाएगी।
हालांकि बीजेपी द्वारा प्रदेश में कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के बाद यह चर्चा तेज हो गई थी कि ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) के साथ कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल कार्यकर्ताओं के लिए मुख्य रूप से आयोजन आयोजित किया जा रहा है। इस बात से इनकार करते हुए मध्य प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता दीपक विजयवर्गीय (Deeak vijayvargiya) ने बताया की बीजेपी हर 2 साल की अवधि में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करती है। कार्यक्रम आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य कार्यकर्ताओं को पार्टी के प्रति विचारधारा के साथ-साथ समर्पण के बारे में जानकारी देना और संगठन को मजबूत करना होता है।
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बता दें कि कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आने वाले कार्यकर्ताओं को लेकर बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता ही सवाल उठा चुके हैं कि क्या ऐसे कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा को समझ पाएंगे और उसका सम्मान कर पाएंगे। ऐसी स्थिति में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उनके लिए एक रामबाण साबित होने जैसा है।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर 3 नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान हुए थे। इसके बाद 10 नवंबर को आए परिणाम में बीजेपी ने 19 सीटें हासिल की थी जबकि कांग्रेस 9 पर सिमट गई थी। ऐसे में जहां एक तरफ कांग्रेस पार्टी के विरुद्ध खड़े होने वाले स्वर पर कार्रवाई कर रही है। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण कार्यक्रम देकर संगठन को मजबूत करने की कोशिश में है। हालांकि चर्चा यह भी है कि कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए कार्यकर्ताओं को भी पार्टी की विचारधारा से अवगत कराना है। वहीं दूसरी तरफ ग्वालियर-चंबल में बीजेपी अपनी भूमिका से संतुष्ट नहीं होगी। वहीं इस खामी को भरना बीजेपी की पहली प्राथमिकता होगी।